
देवरिया। जिले में जीवित्पुत्रिका (जिउतिया) पर्व की खुशियां उस वक्त मातम में बदल गईं, जब स्नान के दौरान तीन मासूमों की डूबकर मौत हो गई। हादसे में दो बालकों और एक किशोरी ने दम तोड़ दिया, जबकि तीन अन्य को ग्रामीणों की मदद से किसी तरह बचा लिया गया। एक बालिका का इलाज महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।
गौरीबाजार थाना क्षेत्र के ग्राम देवगांव की 13 वर्षीय राधा, पुत्री पन्नेलाल अपनी मां अंजू देवी, बहन सृष्टि गुप्ता और गांव की सहेलियों अमृता व अंशिका के साथ जिउतिया पर्व पर स्नान करने पास के पोखरे पर गई थी। स्नान के दौरान राधा, अमृता और अंशिका अचानक गहरे पानी में चले गए। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत सभी को बाहर निकाला। गंभीर हालत में राधा और अमृता को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने राधा को मृत घोषित कर दिया। अमृता का उपचार जारी है।
इसी दिन गौरीबाजार के गुलरिया गांव निवासी श्रवण गोंड का 10 वर्षीय बेटा राज गोंड भी अपनी मां के साथ स्नान करने पोखरे पर गया था। स्नान के दौरान राज डूबने लगा। बेटे को बचाने के प्रयास में मां भी डूबने लगी, लेकिन मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें किसी तरह बचा लिया। राज को अस्पताल ले जाया गया, मगर तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं।
वहीं, रुद्रपुर उपनगर के टेड़ा वार्ड में भी जिउतिया पर्व पर बड़ा हादसा हो गया। अमूल्य रत्न कनौजिया की पत्नी रीना देवी अपने जुड़वा बेटों कुणाल और आर्यन (11) की लंबी उम्र के लिए व्रत रखी थीं। शाम को स्नान-पूजन के लिए वह मोहल्ले की अन्य महिलाओं के साथ बथुआ नदी के पक्के घाट पर पहुंचीं। इसी दौरान कुणाल अपने दोस्तों के साथ स्नान करने लगा और गहरे पानी में चला गया। शोर मचाने पर लोग दौड़े और काफी मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला गया। अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बेटे का शव देखकर रीना देवी बदहवास होकर बेहोश हो गईं।
जिन बच्चों की लंबी उम्र की कामना के लिए माताएं व्रत कर रही थीं, उन्हीं के शव जब घर पहुंचे तो पूरा इलाका मातम में डूब गया। घर-घर से विलाप की आवाजें गूंज उठीं और पर्व की रौनक गहरे सन्नाटे में बदल गई।