
Dhanbad Coal Mining Accident : धनबाद जिले के बाघमारा क्षेत्र के केसरगढ़ा इलाके में मंगलवार शाम को एक अवैध कोयला खदान में बड़ा हादसा हुआ। खदान की दीवार ढहने के कारण कई मजदूर मलबे में दब गए हैं। सूत्रों के अनुसार, इस दुर्घटना में लगभग नौ मजदूरों के निधन की खबर है, हालांकि आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है।
पुलिस के मुताबिक, यह घटना बाघमारा थाना क्षेत्र के ब्लॉक 2 के इलाके में हुई, जहां अवैध खदान में मलबा गिरने से यह दर्दनाक हादसा हुआ। विधायक सरयू राय ने अपने ट्वीट में इस घटना का जिक्र किया है, जिसके बाद धनबाद पुलिस प्रशासन मामले को छुपाने का प्रयास कर रहा है।
झारखंड की राजधानी धनबाद में इस तरह का यह पहला बड़ा हादसा नहीं है। कुछ दिन पहले भी ऐसी ही एक घटना में चार मजदूरों की मौत हो चुकी है। अभी राहत और बचाव कार्य जारी है, और घायल मजदूरों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। मौके से कुछ मजदूर अभी भी फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।
पुलिस ने बताया कि इस हादसे में अभी तक मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। स्थानीय प्रशासन ने तुरंत राहत एवं बचाव अभियान शुरू कर दिया है। मीडिया से जानकारी छुपाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन यह घटनाएं बार-बार दोहराई जाती हैं, खासकर बाघमारा और आसपास के इलाकों में, जहां अवैध खनन आम बात है।
विधायक सरयू राय ने सोशल मीडिया पर इस घटना की जानकारी साझा की है। उन्होंने लिखा, “बाघमारा, धनबाद के जमुनिया क्षेत्र में अवैध खनन की दीवार धंसने से आज रात नौ मजदूरों की मौत हो गई है। माफिया मृतकों के शवों को छुपाने में लगे हैं। मैंने इसकी सूचना एसएसपी को दे दी है।” उन्होंने आगे कहा कि, “अवैध खनन माफिया प्रभावशाली संरक्षण में खनन कर रहे थे, और ये घटना कोई नई बात नहीं है।”
झारखंड बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “सरकार के कार्यकाल में पहली बार नहीं हुआ है कि अवैध खनन के कारण चालें धंस रही हैं। इससे पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें कई लोगों की जान गई है। हम इस मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हैं, क्योंकि यह राज्य सरकार की संस्थागत हत्याएं हैं।”
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