मैनपुरी। जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने विशेष संचारी रोग नियत्रंण अभियान एवं दस्तक अभियान केे तहत अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक में कहा कि वैक्टर जनित बीमारियों से बचाव हेतु सम्बन्धित विभाग के अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करें, अभियान चलाकर गांव-गांव जल निकासी के उचित प्रबन्ध किये जायें
सम्बन्धित विभाग के अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करें – जिलाधिकारी
प्रत्येक राजस्व गांव में कम से कम 10-10 सोखपिट बनवाये जायें, किसी भी दशा में कहीं भी नालियों में जल भराव की स्थिति न रहे, प्रतिदिन नालियों की सफाई हो, नियमित रूप से दवा का छिड़काव कराया जाये, लोगों को वैक्टर जनित बीमारियों से बचने हेतु जागरूक किया जाये, स्वास्थ्य, नगर निकाय, पंचायती राज विभाग के अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करें, नालियों-गलियों की नियमित रूप से सफाई कराई जाए, शिक्षक, आशा
माइक्रो प्लान बनाकर तत्काल फॉगिंग, एंटी लार्वा का छिड़काव कराएं – सीडीओ
आंगनवाड़ी कार्यकत्री संयुक्त रूप से अपने क्षेत्र में लोगों को मच्छर जनित बीमारियों से बचने वाली सावधानियों के बारे में जागरूक करें। उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी, अभियान के नोडल अधिकारी से कहा कि वेक्टर सर्विलांस गतिविधियां सम्पादित करायें, मलेरिया विभाग के कर्मियों तथा फ्रंट लाइन वर्कर द्वारा घर-घर भ्रमण के दौरान किये गए सर्वे की रिपोट्स के आधार पर वेक्टर घनत्व के आंकड़ों का विश्लेषण कर आकलित वेक्टर सूचकांको को निरोधात्मक गतिविधियों हेतु समस्त सहयोगी विभागों को उपलब्ध करायें।
संचारी रोगों के बचाव व रोकथाम हेतु शहरी-ग्रामीण क्षेत्र में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए – सीएमओ
उन्होने कहा कि वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम हेतु सभी संबंधित अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर माइक्रो प्लान के अनुसार कार्य करें, संचारी रोगों के बचाव, रोकथाम हेतु शहरी-ग्रामीण क्षेत्र में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए, गत वर्ष जिन क्षेत्रों में वैक्टर जनित बीमारियों से ग्रसित मरीज मिले हैं उन्हें चिन्हित कर नियमित रूप से फॉगिंग, सफाई का कार्य कराया जाए, तालाबों की सफाई, झाडि़यों की कटाई, सुरक्षित पेयजल की उपलब्धता पर भी ध्यान दिया जाए।
मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार ने कहा कि माइक्रो प्लान बनाकर तत्काल फॉगिंग, एंटी लार्वा का छिड़काव कराएं, ग्रामों में नालियों की साफ-सफाई, झाडि़यों को कटवाना, उथले हैण्डपंम्पों को लाल रंग से चिन्हीकरण, इण्डिया मार्का-2 हैंड पम्प, प्लेट फार्म की मरम्मत, ग्रामीण क्षेत्रों में आवादी के बीच वाले तालाबों को अपशिष्ट तथा प्रदूषण मुक्त रखने, आवासीय क्षेत्रों के आस-पास छछून्दर, चूहों आदि को नियंत्रित करने, आबादी वाले क्षेत्र से सूकर बाडों को दूर करने, जानवरों के पालन स्थल को स्वच्छ रखने, खुले में शौच न करने एवं सभी स्तरों पर विभिन्न विभागों से नियमित सम्पर्क एवं समन्वय स्थापित कर लोगों को जागरूक किया जाये।
जिन ग्राम पंचायतों में जल भराव की समस्या हो वहां तत्काल कार्ययोजना बनाकर सोखपिट बनवाये जायें, समस्त खंड विकास अधिकारी सुनिश्चित करें कि किसी भी ग्राम पंचायत में जल भराव की समस्या न हो। उन्होने कहा कि नहरों के आस-पास स्थित तालाबों को तत्काल नहर के पानी से भरवाया जाये। सी.डी.ओ. ने बताया कि पूर्व की भांति इस बार भी संक्रामक रोगों की रोकथाम एवं बचाव हेतु इस वर्ष का प्रथम संचारी रोग नियन्त्रण पखवाड़ा, दस्तक अभियान दि. 02 अपै्रल से 30 अपै्रल तक मनाया जायेगा।
दस्तक अभियान, संचारी रोग नियंत्रण पखवाडा आयोजित किये जाने की योजना बनाई है। उन्होने प्र. चिकित्साधिकारियों से कहा कि अपने-अपने क्षेत्र में संचारी रोगों की रोकथाम हेतु सघन माॅनीटरिंग करायें, आशा, ए.एन.एम. अपने-अपने क्षेत्र में निरतंर भ्रमणशील रहकर लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी करें, यदि कोई व्यक्ति बीमार हो तो उसे तत्काल स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएं।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पी.पी.सिंह, उप जिलाधिकारी सदर नवोदिता शर्मा, डिप्टी कलेक्टर पे्रम प्रकाश, नरेन्द्र कुमार, आदेश कुमार, जिला विकास अधिकारी प्रवीन कुमार राय, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. राजीव राय, जिला कार्यक्रम अधिकारी ज्योति शाक्य, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कमल सिंह, खंड विकास अधिकारी, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, डी.एम.सी. यूनिसेफ, एसएसओ स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी आदि उपस्थित रहे।