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भास्कर ब्यूरो
महराजगंज : जिले में सिंदुरिया थाना क्षेत्र के पिपरा बाजार टोला रामपुरवा में एक हृदयविदारक घटना घटी, जिसने एक खुशहाल परिवार की दुनिया उजाड़ दी। इंदु देवी, उम्र लगभग 45 वर्ष पत्नी सुभाष, अपने घर के कार्यों में व्यस्त थीं। जब अचानक नंदकिशोर की दीवार भरभराकर गिर पड़ी, वह उसकी चपेट में आ गईं। यह हादसा इतना भयावह था कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया।
इंदु देवी का परिवार इस त्रासदी से पूरी तरह टूट चुका है। खासकर इसलिए कि उनका बड़ा बेटा सागर, जिनकी शादी की तैयारियों में वे मग्न थीं, अब अपनी मां के बिना ही विवाह के नए जीवन की दहलीज पर खड़ा है। उन्होंने सपने देखे थे कि उनके बेटे की शादी धूमधाम से होगी, परंतु नियति को शायद कुछ और ही मंजूर था। उनके अचानक चले जाने से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
उनकी दो बेटियां 17 वर्षीय शशिकला और 15 वर्षीय चंद्रकला इस असहनीय पीड़ा से जूझ रही हैं। मां की ममता से वंचित हो चुकी इन बेटियों का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरे गांव में यह घटना गहरे शोक का कारण बनी हुई है। पड़ोसी और रिश्तेदार संवेदना प्रकट करने के लिए उनके घर पहुंच रहे हैं, लेकिन कोई भी शब्द उस शून्य को नहीं भर सकता, जो इंदु देवी के जाने से उनके परिवार में उत्पन्न हुआ है।
जब इस मामले को लेकर सिंदुरिया थाना अध्यक्ष अखिलेश वर्मा से बातचीत की गई, तो उन्होंने कहा कि अभी तक उन्हें इस घटना की सूचना नहीं मिली थी, लेकिन वे इसकी गहन जांच करेंगे और आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
यह हादसा एक बार फिर इस कड़वी सच्चाई को उजागर करता है कि जीवन क्षणभंगुर है। एक पल में खुशियों की माला गूंथने वाला परिवार, अगले ही क्षण दुखों के अथाह सागर में डूब सकता है। इंदु देवी की असमय मृत्यु न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे गांव के लिए एक अपूरणीय क्षति बनकर रह गई है।