
महाराष्ट्र। राज्य सरकार ने ऐतिहासिक रघुजी तलवार को भारत वापस लाने का फैसला किया है। यह मराठा सेनापति राजे रघुजी भोसले की तलवार है। लंदन में एक नीलामी के दौरान यह तलवार खरीदी गई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जानकारी देते हुए कहा है कि यह तलवार मराठा विरासत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और अब यह महाराष्ट्र में अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक मूल्यों के साथ आएगी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फडणवीस ने सोशल मीडिया पर रघुजी तलवार की तस्वीर साझा करते हुए कहा, “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि राज्य सरकार ने नागपुर के भोसले परिवार के संस्थापक राजे रघुजी भोसले की ऐतिहासिक तलवार खरीदी है, जो लंदन में एक नीलामी में बेची गई थी। यह हमारे मराठा साम्राज्य की अमूल्य विरासत का प्रतीक है।”
तलवार पर लिखा है- ‘श्रीमंत रघोजी भोसले सेना साहेब सुभा’
यह तलवार लंदन में एक बिचौलिए से खरीदी गई है। नीलामी में इसकी कीमत 47.15 लाख रुपये रखी गई थी, जबकि अनुमानित मूल्य 6,000 से 8,000 पाउंड के बीच था। सोथबी जैसी प्रसिद्ध नीलामी संस्था ने इसकी जानकारी अपने पोर्टल पर दी है। तलवार पर सोने का महीन काम किया गया है, और इसकी ब्लेड यूरोप में बनी है, जबकि भारतीय कलाकारी भी साफ झलकती है। तलवार का हिल्ट पारंपरिक ‘बास्केट स्टाइल’ में है, जिस पर ‘श्रीमंत रघोजी भोसले सेना साहेब सुभा’ लिखा है।

रघुजी भोसले कौन थे ?
रघुजी भोसले का इतिहास भी अत्यंत गौरवशाली है। वह छत्रपति शाहू महाराज के शासनकाल में एक प्रमुख सेनानायक थे। अपनी युद्ध नीति और साहस के कारण उन्हें ‘सेना साहेब सुभा’ की उपाधि मिली। उन्होंने 1745 में बंगाल के नवाबों के खिलाफ युद्ध का नेतृत्व किया और बंगाल, ओडिशा के साथ-साथ दक्षिण भारत में भी अपनी सैन्य और राजनीतिक पकड़ मजबूत की।
अंग्रेजों ने नागपुर से लूटी थी तलवार
इतिहासकारों के अनुसार, 1817 में जब ईस्ट इंडिया कंपनी ने नागपुर का खजाना लूटा था, तब यह तलवार भी अंग्रेजों के हाथ लगी थी। भारत से वापस लंदन ले जाई गई यह तलवार अब तक निजी संग्रह में सुरक्षित थी। महाराष्ट्र सरकार ने इस ऐतिहासिक खजाने को वापस लाने के लिए तेजी से कदम उठाया है और इसे जल्द ही महाराष्ट्र लाया जाएगा।