
Mumbai : महाराष्ट्र में लोकतंत्र का महाकुंभ आज सुबह से शुरू हो गया है। 2 दिसंबर 2025 को 264 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के पहले चरण के चुनाव में लाखों मतदाता अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। पिछले साल के विधानसभा चुनावों के बाद यह पहला बड़ा निकाय चुनाव है, जहां सत्ताधारी महायुति (बीजेपी, शिंदे शिवसेना और अजित पवार एनसीपी) और विपक्षी महाविकास अघाड़ी (एमवीए – कांग्रेस, उद्धव ठाकरे शिवसेना-यूबीटी और शरद पवार एनसीपी-एसपी) के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। कुल 6,042 सदस्य सीटों और 264 अध्यक्ष पदों पर 6,859 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आज होगा।
महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) के अनुसार, सुबह 7:30 बजे शुरू हुई वोटिंग शाम 5:30 बजे तक चलेगी। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का इस्तेमाल होगा, और मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें लगने की उम्मीद है। नगपुर, पुणे, धुले, भंडारा और अन्य जिलों से मिल रही तस्वीरें उत्साह को दर्शा रही हैं, जहां मतदाता धूप-छांव भूलकर बूथों पर पहुंच रहे हैं।
मतदाताओं की संख्या और दांव पर सीटें
कुल पंजीकृत मतदाता: लगभग 1.07 करोड़
मतदान केंद्र: 13,355
उम्मीदवार: 6,859 (सदस्य पदों के लिए), साथ ही 288 अध्यक्ष पदों पर भी सीधी चुनावी जंग
चुनाव क्षेत्र: 246 नगर परिषदें और 42 नगर पंचायतें (कुछ स्रोतों में कुल 264 का उल्लेख)
ये चुनाव सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हो रहे हैं, जिसने सभी लंबित निकाय चुनावों को 31 जनवरी 2026 तक पूरा करने का आदेश दिया था। वॉचडॉग संगठनों का कहना है कि यह ग्रामीण और शहरी स्थानीय शासन की दिशा तय करेगा, खासकर विकास, साफ-सफाई और बुनियादी सुविधाओं जैसे मुद्दों पर।
राजनीतिक दलों की रणनीति: दोस्ताना लड़ाई या असली टक्कर?
पिछले विधानसभा चुनावों में महायुति ने 235 सीटें जीतकर भारी बहुमत हासिल किया था, लेकिन निकाय स्तर पर गठबंधन के अंदर ‘फ्रेंडली फाइट’ की खबरें हैं। बीजेपी और शिंदे शिवसेना के बीच कई जगहों पर दोस्ताना मुकाबला चल रहा है, जबकि एनसीपी में अजित और शरद गुट की जंग तेज है। एमवीए का दावा है कि स्थानीय मुद्दों पर वे मजबूत हैं और 2024 की हार का बदला लेंगे।
महायुति का फोकस: विकास योजनाओं और केंद्र-राज्य सहयोग पर जोर। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मतदाताओं से अपील की है कि ‘स्थिर सरकार के फायदे’ को याद रखें।
एमवीए का एजेंडा: महंगाई, बेरोजगारी और किसान समस्याओं को उछालते हुए विपक्ष ने कैंपेनिंग की। उद्धव ठाकरे ने कहा, “यह चुनाव सत्ता के घमंड के खिलाफ है।”
विश्लेषकों का मानना है कि ये नतीजे आगामी BMC, पुणे, ठाणे और नागपुर महानगर निगम चुनावों (जनवरी 2026 में संभावित) की दिशा तय करेंगे।
वोटिंग प्रक्रिया: सतर्कता और सुविधाएं
समय: सुबह 7:30 से शाम 5:30 बजे तक। दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए प्राथमिकता।
छुट्टी: मतदान वाले जिलों में पेड हॉलिडे घोषित। सरकारी, निजी और औद्योगिक इकाइयों में कर्मचारियों को छुट्टी मिलेगी।
विशेष व्यवस्था: डुप्लिकेट वोटरों पर ‘स्टार मार्क’ लगाकर निगरानी। मोबाइल ऐप से उम्मीदवारों की जानकारी उपलब्ध।
कैंपेनिंग: कल रात 10 बजे समाप्त। आज कोई प्रचार या विज्ञापन प्रतिबंधित।
पुलिस ने सतर्कता बरती है; धुले में 1.5 लाख रुपये नकदी जब्त कर बीजेपी के स्थानीय नेता को हिरासत में लिया गया। नगपुर में मॉक पोलिंग पूरी, भंडारा और तुंसर में लंबी कतारें
नतीजे कब? कैसे देखें?
पहले चरण के नतीजे कल, 3 दिसंबर को आएंगे। एसईसी की वेबसाइट्स mahasec.maharashtra.gov.in और mahasecelec.in पर वार्ड-वाइज, पार्टी-वाइज रिजल्ट उपलब्ध होंगे। स्थगित चुनावों के लिए 21 दिसंबर का इंतजार।
ये चुनाव न सिर्फ स्थानीय शासन को मजबूत करेंगे, बल्कि महाराष्ट्र की राजनीतिक धारा को नई दिशा देंगे। मतदाताओं से अपील: आपका एक वोट शहर का भविष्य बदल सकता है। क्या कहते हैं आप? कमेंट में बताएं!













