महाराष्ट्र चुनाव के नामांकन के आखिरी दिन, 29 अक्टूबर को, सियासी गलियारों में एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया। पूर्व मंत्री नवाब मलिक ने मुंबई के मानखुर्द-शिवाजीनगर सीट से एक ही दिन में दो बार नामांकन दाखिल कर सबको चौंका दिया। पहले उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन प्रस्तुत किया और फिर तुरंत एनसीपी (अजित पवार गुट) के उम्मीदवार के रूप में भी नामांकन दाखिल किया।
इस अनोखे दांव ने राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है। नवाब मलिक के इस कदम को उनकी चुनावी रणनीति के तहत देखा जा रहा है, जिसमें वे अपने समर्थन को मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं। एक ही सीट पर दो बार नामांकन दाखिल करना न केवल चौंकाने वाला है, बल्कि यह अन्य राजनीतिक दलों के लिए भी चुनौती पेश करता है।
इस घटनाक्रम के बाद विभिन्न दलों से तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ ने इसे राजनीतिक नाटक करार दिया, जबकि अन्य इसे नवाब मलिक की राजनीतिक चतुराई मान रहे हैं। अब सवाल यह है कि क्या मलिक की यह चाल आगामी चुनावों में उन्हें फायदा पहुंचाएगी या नहीं। इस घटनाक्रम ने चुनावी माहौल में नई चर्चा को जन्म दिया है, और सभी की नजरें अब उनके अगले कदम पर हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस कदम का परिणाम क्या होगा।