कांग्रेस ने शुक्रवार को चुनाव आयोग को एक पत्र लिखा। जिसमें पार्टी ने हाल ही में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मतदान और गिनती प्रक्रिया को लेकर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने इस पूरे मामले में व्यक्तिगत सुनवाई की मांग की है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मतदाता सूचियों से मनमाने ढ़ंग से मतदाताओं को हटाया गया और हरेक विधानसभा क्षेत्र में 10,000 से अधिक मतदाताओं को जोड़ा गया है। पार्टी ने पत्र में कहा है कि महाराष्ट्र के मतदाता डेटा पर एक पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ने भी सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस का सवाल
कांग्रेस ने लेटर में लिखा कि “मनमाने ढंग से हटाने और जोड़ने की इस प्रक्रिया की वजह से जुलाई 2024 से नवंबर 2024 के बीच महाराष्ट्र में मतदाता सूची में लगभग 47 लाख नए मतदाता शामिल किए गए।” कांग्रेस ने कहा कि “जिन 50 विधानसभा क्षेत्रों में औसतन 50,000 नए मतदाता जोड़े गए, उनमें से 47 सीटों पर सत्ताधारी गठबंधन और उसके सहयोगियों ने जीत दर्ज की।”
वोटिंग में हुई गड़बड़ी- कांग्रेस
कांग्रेस ने चुनाव आयोग की ओर से जारी किए आंकड़ों पर भी सवाल उठाए हैं। पार्टी ने कहा कि 20 नवंबर 2024 को शाम 5 बजे तक महाराष्ट्र में मतदान प्रतिशत 58.22% था। वहीं, रात 11:30 बजे तक यह बढ़कर 65.02% हो गया। इसके अलावा अंतिम रिपोर्ट में 66.05% मतदान दर्ज किया गया, जो मतगणना शुरू होने से कई घंटे पहले घोषित हुआ। लेटर में दावा किया गया है कि केवल एक घंटे में यानी शाम 5 बजे से 6 बजे के बीच लगभग 76 लाख वोट डाले गए।
बैलेट पेपर की मांग
इधर, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए है। साथ ही, चुनाव में मतपत्रों के इस्तेमाल की मांग की है। उन्होंने कहा- हमें ईवीएम नहीं, बैलट पेपर चाहिए।
बता दें कि, 23 नवंबर को आए महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे में महायुति गठबंधन को 288 में से 230 सीटें मिली। जिसमें बीजेपी को 132, शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 सीटें मिलीं। वहीं, महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को कुल 46 सीटें मिलीं। जिनमें कांग्रेस के खाते में केवल 16 सीटें आई। इसके बाद से ही एमवीए चुनाव प्रक्रिया को लेकर काफी गुस्से में दिखाई दी।