महाराष्ट्र में सीएम फेस पर फंसा पेंच:  महायुति को क्यों नहीं मिल पा रहा CM पद का दावेदार, जानें क्यों हो रहा ये पॉलिटिकल ड्रामा

मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने वाली महायुति में मुख्यमंत्री के चेहरे पर स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है। नतीजें आने के 3 दिन बाद भी सीएम फेस पर से गुत्थी नहीं सुलझ पाई है। इसे लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। महायुति से भाजपा और शिवसेना सीएम चुनने के लिए अपने-अपने दावे ठोक रहे हैं। गठबंधन में भाजपा चुनाव में सर्वाधिक सीटों पर जीत दर्ज करने के आधार पर सीएम पद की दावेदारी जता रही है। जबकि, शिवसेना शिंदे सरकार की नीतियों को महायुति की जीत का जिम्मेदारी बताने में लगी है।

यही कारण है कि अब तक महायुति में सहयोगी दल एकमुश्त होकर सीएम फेस पर फैसला नहीं कर पा रहे हैं। परिणाम आने के बाद से लेकर अब तक सीएम फेस को लेकर क्या कुछ हुआ। आइए जानते हैं इसके बारे में 

महायुति में सीएम फेस पर फंसा पेंच

महाराष्ट्र में 23 नवंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति सूबे की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। राज्य की कुल 288 विधानसभा सीटों में से महायुति ने 230 सीटों पर जीत हासिल की। महायुति में भाजपा ने 132, शिंदे गुट की शिवसेना ने 57 और अजित गुट की एनसीपी ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की थी।

नतीजे आने के 3 दिन बाद आज यानी मंगलवार को एकनाथ शिंदे ने राजभवन जाकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इस दौरान राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण तक शिंदे के कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने का निर्देश दिया।

महायुति की बंपर जीत के बाद से ही सीएम फेस को लेकर पेंच फंसा हुआ है। भाजपा और शिवसेना सीएम पद पर दावेदारी जताने में उलझी हुई है।

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कही ये बात

मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने मंगलवार को महायुति में सीएम फेस पर चल रही खींचतान पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेतृत्व ने देवेंद्र फडणवीस को तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया है, लेकिन पार्टी की ओर से अब तक इस बात की पुष्टि नहीं की गई है।

महाराष्ट्र में सीएम पद पर शिंदे गुट की शिवसेना दावे ठोक रही है। पार्टी का कहना है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में लड़ा गया है। इस वजह से एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना जाना चाहिए।

महायुति में शिवसेना की तरह भाजपा के नेता भी सीएम पद के लिए दावा कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि राज्य में ज्यादातर सीटें जीतने की बात दोहरा रही है। भाजपा का कहना है कि सीएम हमारी पार्टी से बनना चाहिए। 

एकनाथ शिंदे ने सीएम पद से राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा

भाजपा सूत्रों का कहना है कि बीजेपी राज्य की नई सरकार में विभागों के बंटवारे को अंतिम रूप दिए जाने तक मुख्यमंत्री पद के अपने उम्मीदवार की घोषणा में जल्दबाजी नहीं करेगी।

हालांकि एनसीपी के वरिष्ठ नेता पार्टी की तरफ से ये साफ कर चुके हैं कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस उनकी पहली पसंद होंगे।

अगले मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति बनने में महायुति में देरी हो सकती है। इस बात के संकेत उस समय मिले, जब राज्यपाल ने मंगलवार सुबह एकनाथ शिंदे को कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में सेवा देने के लिए कहा

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