
Siswa Bazaar, Maharajganj : सोमवार को सिसवा ब्लॉक परिसर में ग्राम पंचायत सचिवों ने ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली और अतिरिक्त विभागीय कार्यों के विरोध में सांकेतिक प्रदर्शन किया। उन्होंने विरोध स्वरूप काला फीता बांधा। यह प्रदर्शन पंचायती राज एवं ग्राम्य विकास विभाग के प्रदेशव्यापी आह्वान पर किया गया।
वक्ताओं ने कहा कि उत्तर प्रदेश ग्राम पंचायत अधिकारी संघ और ग्राम विकास अधिकारी एसोसिएशन ने संयुक्त रूप से शासन को पूर्व में पत्र भेजे थे। कोई सकारात्मक निर्णय न होने के कारण प्रांतीय स्तर की जूम मीटिंग के बाद यह कार्यक्रम घोषित किया गया। सचिव जय हिंद गौतम का कहना है कि शासन ने बिना अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध कराए, उनके निजी मोबाइल और सिम पर फेशियल रिकॉग्निशन बेस्ड अटेंडेंस सिस्टम लागू किया है। इससे पूरे प्रदेश के सचिवों में रोष और भय है, क्योंकि यह उपस्थिति प्रणाली उनके क्षेत्रीय कार्य की प्रकृति के बिल्कुल विपरीत है।
वक्ताओं ने यह भी कहा कि क्षेत्रीय ग्राम सचिव अपने मूल कार्य नियमित रूप से नहीं कर पा रहे हैं। उन पर गैर-विभागीय कार्यों का अत्यधिक दबाव है। इनमें फार्मर रजिस्ट्री, एग्रो स्टैक सर्वे, गौशाला प्रबंधन, आयुष्मान हेल्थ कार्ड, फैमिली आईडी और विभिन्न पेंशनों का सत्यापन शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, शिक्षा विभाग के ऑपरेशन कायाकल्प और बोर्ड परीक्षा की ड्यूटी, गौवंश के लिए भूसा प्रबंधन, सोलर पैनल लगवाने का लक्ष्य और पराली प्रबंधन जैसे कार्य भी उन्हें सौंपे गए हैं। अधिकारियों द्वारा लक्ष्य निर्धारित कर अत्यधिक दबाव बनाया जा रहा है, जिससे कर्मचारी अस्वस्थ हो रहे हैं और कई दुर्घटनाओं का शिकार भी बन रहे हैं।
इस विरोध प्रदर्शन में शशिकांत पांडेय, जय हिंद गौतम, नीरज सिंह, योगेश मद्धेशिया, बालेश्वर कुमार, अभिनव श्रीवास्तव, मनिंद्र चौधरी, राजकिशोर यादव, राजकुमार भारती, अशोक पासवान, राहुल कुमार, विनोद वरुण और विनय शर्मा सहित कई ग्राम पंचायत सचिव शामिल थे।










