
Maharajganj : जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जनपद के सभी खंड विकास अधिकारियों की उपस्थिति की औचक जांच की।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान खंड विकास अधिकारी परतावल एवं घुघली अपने कार्यालय में अनुपस्थित पाए गए। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए दोनों अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए।
बीडीओ निचलौल शमा सिंह कार्यालय में न होकर ब्लॉक परिसर में संभावित डुप्लीकेट मतदाता सूची का निरीक्षण करते हुए मिलीं। इस पर जिलाधिकारी ने कड़ा निर्देश देते हुए कहा कि जनता दर्शन के समय में जनता दर्शन का कार्य करें, अन्य कोई कार्य अपरिहार्य स्थिति में ही करें।
उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप विकास कार्यों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों की नियमित उपस्थिति और क्षेत्रीय भ्रमण अत्यंत आवश्यक है। किसी भी स्थिति में लापरवाही या गैरहाजिरी स्वीकार्य नहीं होगी।
डीएम ने निर्देश दिया कि हर विकास खंड में प्रतिदिन प्रातः 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक जनता दर्शन में हर हाल में उपस्थित रहें, ताकि आम नागरिक अपनी समस्याओं को सीधे रख सकें। जनता की शिकायतों का समयबद्ध, पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया जाना चाहिए, जिससे शासन की योजनाओं का लाभ समय पर जनता तक पहुंचे।
जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारी अपने कार्यालयों में समय से उपस्थित रहें और योजनाओं की प्रगति की समीक्षा स्वयं सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी बीडीओ को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि भविष्य में उपस्थिति या कार्य निष्पादन में लापरवाही पाई गई तो कठोर प्रशासनिक कार्यवाही की जाएगी।
सभी बीडीओ कार्यालय में समय पर उपस्थित हों और सुनिश्चित करें कि उनके अधीनस्थ भी अपने कार्यस्थल पर समय से मौजूद रहें। बीडीओ ग्राम स्तर तक कर्मचारियों की निगरानी और क्रियान्वयन की सतत समीक्षा सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने अंत में यह भी निर्देशित किया कि सभी अधिकारी जनता से संवाद स्थापित करें, शिकायतों को प्राथमिकता पर निस्तारित करें और क्षेत्रीय भ्रमण की रिपोर्ट नियमित रूप से प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि जनपद में सुशासन और पारदर्शी प्रशासनिक व्यवस्था तभी संभव है जब अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों के प्रति पूर्ण निष्ठा और उत्तरदायित्व के साथ कार्य करें।
जिलाधिकारी के इस कदम से जिले के अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। यह कार्रवाई विभागाध्यक्षों के समय पर कार्यालय न पहुंचने की बढ़ती शिकायतों को ध्यान में रखते हुए की गई है। इससे पूर्व जिलाधिकारी ने 30 अक्टूबर को सभी एसडीएम और जिलास्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति की जांच भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की थी।














