महराजगंज : यूरिया की किल्लत, निजी दुकानदार मनमाना दाम वसूल रहे

महराजगंज : बृजमनगंज कस्बा और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों सहित बहदूरी, धानी, लेहड़ा बाजार, श्रीरामपुर, हड़ियाकोट, सोनाबंदी समेत अन्य जगहों पर किसान काफी दिनों से यूरिया की किल्लत से जूझ रहे हैं और इस समस्या का सुधि लेने वाला कोई नहीं है। निजी दुकानदारों की कालाबाजारी किसानों पर भारी पड़ रही है। दुकानदार यूरिया की कमी का हवाला देकर मनमाना दाम वसूल कर ठगी करने से बाज नहीं आ रहे हैं।

खरीफ की तेजी के कारण अत्यधिक दामों में खाद खरीदना जरूरतमंद किसानों की मजबूरी बन गई है। 45 किलोग्राम वजन की यूरिया बोरी को साढ़े चार सौ से पांच सौ रुपये प्रति बोरी के दर से बेचा जा रहा है। इससे किसानों के होश उड़ गए हैं। विभाग की निष्क्रियता के कारण किसान मजबूर होकर ठगे जाने को विवश हैं। जबकि रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय द्वारा यूरिया पर से अतिरिक्त कर हटा कर 45 किलो की बोरी का दाम 266 रुपये और 50 किलो की बोरी का दाम 295 रुपये निर्धारित किया गया है।

बृजमनगंज कस्बा सहित क्षेत्र के श्रीरामपुर, फुलमनहा, लेहड़ा, सोनाबंदी चौराहा, बहदूरी, मैनहवां, हड़ियाकोट, लेहरा स्टेशन सहित दर्जनों जगहों में उर्वरक की दुकानों का अनुबंध पत्र देकर करीब दो दर्जनों से अधिक खुदरा खाद की दुकानें कृषि विभाग के देखरेख में संचालित हैं। उर्वरक विक्रेता यूरिया की कमी बताकर बोरे पर अंकित मूल्य से अतिरिक्त रुपये लेकर यूरिया किसानों को दे रहे हैं।

क्षेत्र के किसान ओमप्रकाश, सीताराम, रामबचन, कृष्ण गोपाल, गयासुद्दीन, अनिल, शत्रुध्न, भूलन, इजहार, गौतम, अनिरुद्ध, सिराजुद्दीन, राम बेलास, मोनू, दिलीप गौतम, रामहित आदि का कहना है कि इस समय किसानों को खरीफ की फसल के लिए यूरिया की जरूरत है। ऐसे में उन्हें महंगे दामों में यूरिया, पोटाश, जिंक और सल्फर खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

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