
महाराजगंज। देश और प्रदेश के समग्र विकास के लिए केवल योजनाएं और बजट पर्याप्त नहीं होते बल्कि उसके क्रियान्वयन के लिए मजबूत और निर्णायक इच्छाशक्ति भी अनिवार्य होती है। यही कारण है कि जब देश और उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकारें सत्ता में आईं तो विकास को नई रफ्तार और दिशा मिली।
उक्त बाते सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया ने शिकारपुर मंडल के सवना, सवेरेजी, खेंमपीपरा, नेता, नटवा, कोटा मुकुंदपुर मटिहानिया चौधरी बभनौली, मुंडीला व रामपुर खुर्द में चौपाल लगा कर लोगों की समस्या सुनी और सरकार द्वारा चलाए जा रहे जनकल्याणकारी योजनाओं की चर्चा की।
विधायक ने कहा कि गैर भाजपा सरकारों के कालखंड में अक्सर यह देखा गया कि नीति निर्माण तो होता था, लेकिन निर्णयों को लागू करने की इच्छाशक्ति का अभाव था। योजनाएं कागजों पर रह जाती थीं, घोषणाएं मंचों पर गूंजती थीं, लेकिन जमीनी हकीकत बदलने का माद्दा नहीं था। भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और तुष्टीकरण की राजनीति ने विकास की रफ्तार को बुरी तरह बाधित किया।
स्थानांतरण नीति उद्योग बने थे लेकिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक मजबूत और संकल्पित सरकार काम कर रही है, जिसने “सबका साथ, सबका विकास” को धरातल पर उतारा है। केंद्र से लेकर राज्य तक योजनाओं का समयबद्ध क्रियान्वयन, पारदर्शिता और जवाबदेही की व्यवस्था ने आमजन का विश्वास मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की बात करें तो पहले जिसे बीमारू राज्य कहा जाता था वही प्रदेश अब निवेश, इंफ्रास्ट्रक्चर और रोजगार के मामले में अग्रणी बन गया है।
एक्सप्रेसवे, मेडिकल कॉलेज, बिजली, जल जीवन मिशन, हर घर नल, गरीबों को आवास और राशन जैसी योजनाएं धरातल पर उतर रही हैं। यह सब केवल एक कारण से संभव हो पाया है। आज सरकार की सभी जनकल्याण कारी योजनाओं का लाभ पारदर्शी व्यवस्था के साथ हर पात्र व्यक्ति तक बिना सुविधा शुल्क दिए मिल रहा है।
इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष विजय गौड़, प्रधान चेतन वर्मा, प्रधान कुंदन वर्मा, नरेंद्र पटेल, पूर्व प्रधान मंडल उपाध्यक्ष अजय पटेल, प्रधान गौतम पटेल, प्रधान जफरे आलम खान, विजय धारियां, जगजीवन कन्नौजिया सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
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