Maharajganj : गड्ढों से भरी सड़क, राहगीरों और वाहन चालकों की जान पर खतरा

Maharajganj : जरा संभल कर चलिए! वरना दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। ये शब्द हर उस आम व्यक्ति के लिए हैं जो रोज़ाना अपने काम के लिए शहर में किसी न किसी मार्ग से गुजरता है।

जिले के महराजगंज-चौक मार्ग पर स्थित सोनरा सीमा के पास ड्रेन पर बने पुल के पास सड़क की हालत इतनी बदतर हो चुकी है कि किसी भी समय बड़ा हादसा घट सकता है। नगरपालिका सीमा समाप्त होते ही सड़क पर गहरे गड्ढे वर्षों से पड़े हैं, जो राहगीरों और वाहन चालकों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। यह मार्ग न केवल आम जनता के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि जिले के अधिकारी भी इसी रास्ते से रोजाना गुजरते हैं। बावजूद इसके, लोक निर्माण विभाग की अनदेखी और लापरवाही के कारण टूटे हुए सड़क की मरम्मत की कोई पहल नहीं की गई।

स्थानीय निवासी डॉ. अब्दुल्ला, सरवन गुप्ता, मनोज और सहद अली का कहना है कि इस मार्ग पर कई बार बाइक सवार और पैदल यात्री दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं। गड्ढों की वजह से वाहन असंतुलित हो जाते हैं, जिससे गिरने और चोट लगने की घटनाएं आम हो गई हैं। नगरपालिका सीमा समाप्त होते ही और सोनरा गांव की सीमा शुरू होते ही पुल के पास सड़क की स्थिति इतनी खराब है कि वाहन चालकों को अपनी जान जोखिम में डालकर गुजरना पड़ता है। यह मार्ग मुख्यालय से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर है, लेकिन यहां की स्थिति देखकर लगता है जैसे यह किसी दूर-दराज़ के गांव में हो।

साहब का सफर रोजाना, देखते नहीं
जिले के जिम्मेदार अधिकारी, जिनकी गाड़ियाँ इसी मार्ग से रोजाना गुजरती हैं, शायद इन गड्ढों को देखना नहीं चाहते या जानबूझकर अनदेखा कर रहे हैं। सवाल उठता है कि क्या पीडब्ल्यूडी विभाग किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है? क्या किसी जनहानि के बाद ही विभाग जागेगा? जनता की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार विभाग की यह बेरुखी न केवल प्रशासनिक लापरवाही को दर्शाती है, बल्कि यह भी सवाल उठाती है कि आखिर कब तक आम जनता को ऐसे खतरनाक हालात से गुजरना पड़ेगा।

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