महराजगंज: मोबाइल टायलेट बना शो पीस, जिम्मेदारों को खबर नहीं

  • रखरखाव के अभाव में लाखों के मोबाइल टायलेट वाडों में बंद पड़ा धूल फांक रहा है, नहीं पड़ती किसी की नजर
  • नगर पंचायत के एक वरिष्ठ बाबू और ईओ पर उठने लगा सवाल, इनके मनमानी से उपेक्षा के शिकार बने मोबाइल टायलेट

महराजगंज: स्वच्छ भारत मिशन प्रदेश सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के तहत नगर पंचायत को साफ और स्वच्छ बनाए रखने के लिए सरकार ने लाखों रुपए खर्च की है। इन रुपए खर्च कर नगर पंचायत चौक के वार्ड में मोबाइल टायलेट बनाया गया। लेकिन नगर पंचायत के लापरवाह जिम्मेदारों के चलते अब मोबाइल टायलेट का कोई मतलब नहीं रह गया है। न तो इस टायलेट का कोई उपयोग कर रहा है और न ही नगर पंचायत प्रशासन की नजर इस ओर है। मोबाइल टायलेट की हालत बद से बद्तर हो गई है। जबकि इसे लेकर कई बार लोगों ने शिकायत भी की। लेकिन जिम्मेदारों ने उनकी बात नहीं सुनी। नतीजतन लाखों रुपए की लागत से बना मोबाइल टायलेट बंद पड़ा है।

यहां बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के छावनी स्थित नगर पंचायत चौक में वर्षों पूर्व कई वार्डों में शासन के निर्देशानुसार नगर पंचायत में बसे लोगों के बेहतर सुविधा के लिए लाखों रुपए खर्च कर मोबाईल टायलेट लगाया गया है। लोगों को यह उम्मीद जगी कि अब इस परेशानियों से मुक्ति मिलेगी। लेकिन नगर पंचायत चौक के जिम्मेदारों द्वारा इस गंभीर विषय पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मसलन रखरखाव के अभाव में मोबाइल टायलेट को तितर- बितर जहां-तहां फेंक दिया गया है। कुछ स्थानों पर मोबाइल टायलेट तो खड़ा है, लेकिन उसमें ताला लगा हुआ है।नगरवासी उसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं।

पड़ताल में खुली हकीकत की पोल

जब नगर पंचायत चौक के वार्ड की हकीकत परखी गयी तो यहां अजीबों-गरीब स्थिति नजर आई। वार्ड नंबर चार सेनानी नगर के नहर पटरी पर मोबाईल टॉयलेट फेका हुआ हैं। वहीं जलकल स्थित गौशाला के पास मोबाइल टायलेट फेका पड़ा हुआ है। जबकि वार्ड नंबर 12 में फॉरेस्ट रोड पर बना मोबाईल टॉयलेट में तला बंद पड़ा है। अन्य जगहों पर बना मोबाईल टॉयलेट का पता ही नहीं है कि कहा चला गया। नगरवासी सुनील गुप्ता, साधु गुप्ता, मनोज पटेल, दुर्गेश, विभूति यादव, देवशरण मद्धेशिया, संजय गौड़, गोलू, विक्की, अजय अग्रहरी सहित दर्जन भर लोगों ने आरोप लगाया है कि वर्षों से बना लाखों रुपए खर्च कर बनाएं गये मोबाईल टॉयलेट केवल दिखावा मात्र है। इसका भुगतान भी हो चुका है। लेकिन इसमें हमेशा ताला लटका रहता है।

कुछ वाडों का टॉयलेट इधर-उधर फेका पड़ा है। लेकिन नगर पंचायत के जिम्मेदारों को खबर तक नहीं है। सरकार के रुपयों का दुरुपयोग कर रहे हैं। नगर पंचायत के लोग परेशान हैं। लोगों का कहना है कि जिले पर बैठे जिम्मेदार जिला अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए अति शीघ्र व्यवस्थित कर चालू कराने की मांग की हैं।

ईओ कभी नहीं उठाते फोन

जब दैनिक भास्कर संवाददाता ने अधिशाषी अधिकारी ओमप्रकाश यादव से जानकारी लेने के लिए उनके मोबाइल नंबर पर सम्पर्क किया। लेकिन लगातार घंटी बजती रही, पर ईओ ने फोन नहीं उठाया। लोगों ने बताया कि यहां के ईओ साहब कभी फोन नहीं उठाते हैं।

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