
Sonauli, Maharajganj : भारत–नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित सोनौली बॉर्डर पर लंबे समय से मिल रही ओवरकटिंग और ओवरलोडिंग की शिकायतों को लेकर प्रशासन ने सख़्त रुख अपनाया है। रविवार देर रात चलाए गए विशेष अभियान में प्रशासनिक, पुलिस और परिवहन विभाग की संयुक्त टीम ने रात करीब 1 बजे तक सघन छापेमारी की। इस दौरान नियमों का उल्लंघन करते पाए गए कुल 8 मालवाहक ट्रकों को सीज किया गया, जबकि विभिन्न मामलों में लगभग 12 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना वसूला गया।
यह कार्रवाई उपजिलाधिकारी नौतनवा, क्षेत्राधिकारी नौतनवा, एआरटीओ (प्रवर्तन) महराजगंज, सोनौली थानाध्यक्ष तथा परिवहन विभाग के अधिकारियों की संयुक्त निगरानी में की गई। अधिकारियों ने मौके पर रहकर पूरे अभियान का नेतृत्व किया और नियमों के तहत कार्रवाई सुनिश्चित कराई।
प्रशासन को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि सोनौली बॉर्डर पर कुछ ट्रक चालक और दलाल लाइन तोड़कर (ओवरकटिंग) आगे निकलने का प्रयास कर रहे हैं। इससे बॉर्डर पर ट्रकों की लंबी कतार, जाम की स्थिति और ईमानदारी से नियमों का पालन करने वाले चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इसके साथ ही कई मालवाहक वाहन तय क्षमता से अधिक माल लादकर ओवरलोडिंग कर रहे थे, जिससे सड़कों को नुकसान और बड़े हादसों की आशंका बनी हुई थी।
छापेमारी के दौरान ट्रकों का वजन कराया गया, आवश्यक दस्तावेजों की जांच की गई और नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई की गई। ओवरलोड पाए गए वाहनों को सीज कर दिया गया, जबकि अन्य पर मोटर वाहन अधिनियम के तहत भारी जुर्माना लगाया गया।
अधिकारियों ने साफ शब्दों में कहा कि सोनौली बॉर्डर पर ओवरकटिंग और ओवरलोडिंग किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह न सिर्फ कानून का उल्लंघन है, बल्कि सीमा क्षेत्र की सुरक्षा, यातायात व्यवस्था और आम जनता की जान-माल के लिए भी खतरा है। ऐसे अभियानों को आगे भी नियमित रूप से जारी रखा जाएगा।
प्रशासन ने ट्रांसपोर्टरों और वाहन चालकों से अपील की है कि वे नियमों का पालन करें, निर्धारित वजन सीमा के भीतर ही माल का परिवहन करें और बॉर्डर पर बनाए गए लाइन सिस्टम का पालन करें। प्रशासन का स्पष्ट संदेश है कि नियमों का सम्मान करने वालों को कोई परेशानी नहीं होगी, लेकिन नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख़्त और तत्काल कार्रवाई की जाएगी।










