
- भारत-नेपाल सीमा से सटे सरहदी गांवों में चला नशा मुक्त अभियान,नशे के दुष्प्रभावों पर हुई चर्चा
Maharajganj: शनिवार को भारत-नेपाल के सरहदी गांवों मे नशा मुक्त भारत अभियान और एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान के तहत एक व्यापक प्रचार-प्रसार कार्यक्रम आयोजित किया गया।इस कार्यक्रम में बरगदवा थाना पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) के अधिकारियों व कर्मचारियों ने संयुक्त रूप से भाग लिया।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य स्थानीय ग्रामीणों को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना,नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करना और एक सशक्त, स्वस्थ और एकजुट भारत के निर्माण में योगदान देना था।
कार्यक्रम का उद्देश्य और महत्व नशा मुक्त भारत अभियान, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है, जिसका लक्ष्य देश को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी से मुक्त करना है।
यह अभियान विशेष रूप से युवाओं, महिलाओं और विद्यार्थियों को नशे की लत से बचाने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने पर केंद्रित है। दूसरी ओर, एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान का उद्देश्य देश के विभिन्न हिस्सों के बीच सांस्कृतिक, सामाजिक और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना है।
दोनों अभियानों का संयुक्त प्रचार-प्रसार भारत-नेपाल सीमा जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जहां नशे की तस्करी और इसके दुष्प्रभावों का खतरा अधिक है।भारत-नेपाल सीमा से सटे गांवों में इस अभियान को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए एक संयुक्त रणनीति अपनाई। जिसमें जागरूकता रैली और सभाएं की गई।
पुलिस और एसएसबी के जवानों ने गांवों में जागरूकता रैलियां आयोजित कीं, जिसमें नशे के खिलाफ नारे और संदेश लिखे बैनर व पोस्टर प्रदर्शित किए गए। इन रैलियों में स्थानीय ग्रामीणों, विशेष रूप से युवाओं और महिलाओं को शामिल किया गया ताकि संदेश को व्यापक स्तर पर प्रसारित किया जा सके। इसके अतिरिक्त, गांव के सामुदायिक केंद्रों में सभाएं आयोजित की गईं, जहां नशे के दुष्प्रभावों पर विस्तृत चर्चा की गई।
नशे के दुष्प्रभावों पर भी की गई चर्चा
इस अवसर पर विशेषज्ञों और पुलिस अधिकारियों ने नशे के विभिन्न प्रकारों,जैसे शराब, तंबाकू, गांजा, हेरोइन, और अन्य मादक पदार्थों के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक दुष्प्रभावों के बारे में बताया। नशे से होने वाली गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर, लीवर की खराबी, हृदय रोग, और मानसिक विकारों (जैसे अवसाद और चिंता) पर प्रकाश डाला गया। यह भी बताया गया कि नशा न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि परिवार, समाज और आर्थिक स्थिति को भी प्रभावित करता है।
ग्रामीणों को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया गया।
ये भी पढ़ें:
कोरोना का बढ़ता आंकड़ा फिर चिंता का कारण, एक दिन में 269 नए संक्रमित, ये रिपोर्ट उड़ा देगी आपके होश
https://bhaskardigital.com/the-rising-number-of-corona-cases-is-again-a-cause-of-concern-269-new-cases-in-one-day-this-report-will-blow-your-mind/
वार पर पलटवार : इजरायल पर ईरान का मिसाइल अटैक, 150 रॉकेट्स से हमला…3 की मौत, कई घायल
https://bhaskardigital.com/retaliation-on-attack-iran-missile-attack-on-israel-attack-with-150-rockets-3-killed-many-injured/
अहमदाबाद प्लेन क्रैश के बाद भी सीट पर जले बैठे थे 70% यात्री, चश्मदीद बोला- ‘दो लोग थे जिंदा’
https://bhaskardigital.com/ahmedabad-plane-crash-70-passengers-were-burnt-on-their-seats/