
बलुअहीजा, महाराजगंज। सिसवा विकासखंड के बरवा डिगम्बर और बरियारपुर के बीच से गुजरने वाली नारायणी नहर शाखा पर निर्माणाधीन पुल का कार्य ठेकेदार द्वारा पुराना पुल तोड़कर नया पुल मार्च माह में प्रारंभ किया गया था। लेकिन कार्य की गति अत्यंत धीमी होने के कारण यह पुल अब तक पूरा नहीं हो सका है। इस बीच नहर में पानी छोड़े जाने से समस्या और गंभीर हो गई है।
अधूरे पुल के कारण नहर पार करने का कोई सुरक्षित रास्ता शेष नहीं रह गया है। दोनों किनारों के लोग एक-दूसरे के गांवों में नहीं जा पा रहे हैं। खासकर स्कूल, अस्पताल, बाजार और अन्य जरूरी कामों के लिए लोगों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
यह मार्ग घुघूली जाने के लिए सबसे नजदीकी और महत्वपूर्ण रास्ता माना जाता है। इस मार्ग से रतनपुर, लक्ष्मीपुर कोर्ट, बरवा कला, बरियारपुर, परसिया सहित कई गांव जुड़े हुए हैं। पुल का निर्माण अधूरा रहने से इन सभी गांवों के लोग प्रभावित हो रहे हैं। मजबूर होकर स्थानीय लोगों को अब काफी लंबा और असुविधाजनक रास्ता अपनाना पड़ रहा है, जिससे समय और खर्च दोनों बढ़ गए हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार द्वारा कार्य में घोर लापरवाही बरती जा रही है और प्रशासन भी इस मामले में उदासीन नजर आ रहा है। कार्य की धीमी गति और अनदेखी के खिलाफ ग्रामसभा के रिशु मिश्रा, बरवा कला के प्रधान प्रतिनिधि समर सिंह, तीर्थराज, छोटेलाल, विवेक यादव, नगीना यादव, शैलेश तिवारी और राहुल मिश्रा आदि ने कड़ा विरोध जताया है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा कराने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि आमजन को हो रही परेशानी का समाधान जल्द से जल्द हो सके। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
ग्रामीणों ने प्रशासन से यह भी अपील की है कि नहर में पानी छोड़े जाने से पहले वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए या निर्माण कार्य को प्राथमिकता के आधार पर पूरा कराया जाए, ताकि हजारों लोगों की आवाजाही बहाल हो सके और जीवन सामान्य