महराजगंज : अंधेरे का फायदा उठाकर नदी के किनारे गिराया जा रहा शौचालय से निकला अपशिष्ट, बदबू से राहगीर परेशान

ठूठीबारी, महराजगंज। जिले के ठूठीबारी सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित चंदन नदी, जो नेपाल राष्ट्र से होकर भारतीय सीमा में बहती है। इन दिनों गंभीर प्रदूषण की चपेट में इसके लिए मुख्य रूप से निजी सेप्टिक टैंक संचालक जिम्मेदार हैं जो शौचालयों से निकलने वाली मानव मल-मूत्र को नियमों की अनदेखी करते हुए खुलेआम सड़क किनारे और नदी के समीप गिराया जा रहा हैं। इससे न केवल चंदन नदी का पानी दूषित हो रहा है, बल्कि एनएच 730एस ठूठीबारी-निचलौल मुख्य मार्ग से गुजरने वाले राहगीरों को भी भारी असुविधा हो रही है।

लोगों का कहना है कि, बुधवार की देर रात अंधेरे का फायदा उठा कर एक प्राइवेट टैंकर ने चंदन नदी के पास शौचालय से निकले अपशिष्ट को गिराया जा रहा है बताया जा रहा है अगर नियमानुसार, देखा जाए तो ऐसे जैविक अपशिष्ट को गड्ढा खोदकर दबाना अनिवार्य होता है, ताकि पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य को किसी प्रकार की क्षति न पहुंचे। लेकिन लेकिन फिर भी इस नियम की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। स्थानीय ग्रामीण अमरजीत शैलेंद्र, सूर्यभान, राजेश और राम बेलास का कहना है कि चंदन नदी पुल के रास्ते से रोजाना हजारों लोग आवागमन करते हैं।

नदी किनारे गिराए गए मल-मूत्र से उठ रही तेज दुर्गंध के कारण राहगीरों को आना जाना मुश्किल बना है नाक पर रुमाल रखकर चलना पड़ता हैं खासकर सुबह टहलने निकले लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कत होती है। यह स्थिति लंबे समय से बनी हुई है और प्रशासन को कई बार इसकी सूचना देने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है इस बाबत पंचायत सचिव पिंटू रौनियार ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है और शीघ्र ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

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