
भास्कर ब्यूरो
- अधिकांश ग्राम पंचायतों में धूल फांक रहे कचरा वाहन, बीडीओ को नही है जानकारी
Brijmanganj, Maharajganj : विकास खंड बृजमनगंज के दर्जनों ग्राम पंचायतों में 7 स्वच्छ्ता मिशन की धज्जियां उड़ाई जा रही है। शहरों की तर्ज पर गांवों को स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से सरकार ने ग्राम पंचायतों को धनराशि उपलब्ध कराई थी। इस राशि से गांवों की गलियों में कचरे के लिए कूड़ाघर बनाए गए, लेकिन सफाई व्यवस्था में अपेक्षित सुधार नहीं हुआ।
स्वच्छ भारत अभियान के तहत गांवों में कचरा उठाने के लिए वाहन भी खरीदे गए थे। इनका मुख्य उद्देश्य घरों से कचरा एकत्र करना था। लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता और निष्क्रियता के कारण कई ग्राम पंचायतों में कचरा वाहन और कूड़ा घर बेकार पड़े हैं, जिससे ये सार्वजनिक संपत्ति ‘शो-पीस’ बन गई हैं। इसके परिणामस्वरूप, सरकार द्वारा कचरा प्रबंधन के लिए किया गया निवेश व्यर्थ जा रहा है। क्योंकि अधिकांश ग्राम पंचायतों में न तो वाहन चल रहे हैं और न ही कूड़ेदानों का सही उपयोग हो रहा है। जिससे स्वच्छता मिशन की धज्जियां उड़ाई जा रही है। बावजूद इसके उपलब्ध कराई गयी कचरा उठाने वाली वाहन जब से आई है तभी से अधिकांश गांवों में खड़ी – खड़ी धूल फांक रही हैं ।

इस गाड़ी पर अक्सर गांव के बच्चे खेलते दिखाई देते है। इस मामले में जब ग्रामीणों से बातचीत किया गया तो उनका कहना है कि कचरा उठाते वाहन दिखाई नहीं देती है। हर जगह कूड़ेदान की व्यस्था भी नही है। कचरा न उठने से गांव के लोगों को बहुत परेशानी होती है। खासकर उन इलाकों में जहाँ कचरा जमा हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि जब सरकार ने इतनी सुविधा उपलब्ध कराई है, तो उसका लाभ उन्हें क्यों नहीं मिल रहा है। अधिकारियों को इस समस्या का संज्ञान लेकर जल्द से जल्द कचरा प्रबंधन प्रणाली को सुचारू रूप से चलाने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। जब इस मामले में बृजमनगंज खण्ड विकास अधिकारी कृष्ण कांत शुक्ल से बात की गई तो उन्होंने एडीओ को बेहतर पता होगा बात कर लूं कह कर फोन काट दिया गया।










