Maharajganj : दुबई का अल-ममज़ार बीच छठ पूजा का मुख्य केंद्र बना

Maharajganj : छठ की छटा बताती है कि अब यह पर्व ग्लोबल हो गया है। छठ के माध्यम से हमारी संस्कृति और विरासत का पूरी दुनिया में शानदार विस्तार हो रहा है। बिहार के गांव-गांव से निकलकर छठ व्रत न सिर्फ हिंदुस्तान के दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और उत्तर प्रदेश में, बल्कि अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, दुबई और खाड़ी देशों तक पहुंच चुका है।

मतलब हमने भले अपनी पैतृक जमीन छोड़ दी हो, लेकिन हमारी धड़कनों के साथ हमारी परंपराएं और संस्कृतियां जीवित और सुशोभित हैं। पूरी दुनिया देख रही है कि लोक पर्व छठ अब वैश्विक पहचान बना चुका है। नदी, पोखरा, बीच या स्विमिंग पूल में अनुमति न मिले तो लोग टब में भी खड़े होकर छठ व्रत करते हैं। यही आस्था और विश्वास है कि सूर्य उपासना का यह महापर्व पूरी दुनिया में लोकप्रिय हो रहा है।

दुबई में भी छठ महापर्व का क्रेज देखा गया है, जहाँ प्रवासी भारतीय, खासकर बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग, अल-ममज़ार बीच पर एकत्र होकर छठ पूजा मनाते हैं। इस आयोजन में हजारों श्रद्धालु सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं और ‘जय छठी मइया’ के जयकारे लगाते हैं। स्थानीय अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा और सफाई की व्यवस्था की है कि आयोजन सुचारू रूप से संपन्न हो सके।

सिसवा बाजार निवासी पूनम बताती हैं कि उनके पति दुबई में एक प्राइवेट कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। पिछले कुछ वर्षों से वे परिवार सहित दुबई में रह रही हैं और छठ महापर्व पर घर आना संभव नहीं हो पाता। ऐसे में वे लोग दुबई स्थित समुद्र तटों पर जाकर छठ माता का विधि-विधान से पूजन-अर्चन करती हैं। छठ व्रत के लिए सूप, डाला और फल यहाँ आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं।

परंपरा को जीवित रखना: विदेशों में बसे लोग अपनी सांस्कृतिक विरासत को आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाने के लिए छठ जैसे पर्वों को पूरे विधि-विधान से मनाते हैं।

सोशल मीडिया का योगदान: इंटरनेट और सोशल मीडिया के माध्यम से लोग विदेशों में अपनी छठ पूजा की तस्वीरें और वीडियो साझा कर रहे हैं, जिससे इस पर्व की पहुँच और भी बढ़ रही है।

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