महराजगंज : स्वामित्व योजना में गड़बड़ी पर सख्त हुए डीएम, राजस्व निरीक्षक के विरुद्ध आरोप पत्र

महराजगंज। भारत सरकार और राज्य सरकार की अति महत्वाकांक्षी स्वामित्व योजना को लेकर जनपद के भेड़िहारी गांव में गंभीर अनियमितताओं का मामला सामने आया है। इस योजना के तहत ग्रामीणों को उनकी भूमि का अधिकार प्रमाणित करने के लिए ड्रोन सर्वेक्षण और डिजिटल नक्शा तैयार किया जा रहा है, जिससे उन्हें संपत्ति संबंधी अधिकार मिल सके।

वहीं निचलौल तहसील के राजस्व कर्मी फेकू प्रसाद ने इस प्रक्रिया में जानबूझकर गड़बड़ी करने का आरोप लगा है।जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए राजस्व निरीक्षक फेकू प्रसाद के विरुद्ध आरोप पत्र जारी कर दिया है। साथ ही एसडीएम सदर को जांच अधिकारी नामित करते हुए निर्देश दिए हैं कि वे पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर शीघ्र रिपोर्ट प्रस्तुत करें।मामला भेड़िहारी गांव का है, जहां ड्रोन सर्वे के दौरान फेकू प्रसाद ने प्रारूप–05 में कई अपात्र व्यक्तियों के नाम दर्ज किए गए।

आरोप है कि उन्होंने बिना कब्जे वाली आबादी की भूमि को ऐसे ग्रामीणों के नाम दर्ज किया, जिनका उस भूमि पर कोई वास्तविक अधिकार नहीं था। चार्जशीट में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि यह कार्य जानबूझकर किया गया, जिसमें स्वामित्व योजना को नुकसान पहुंचा।जांच में यह भी सामने आया कि ड्रोन सर्वे के दौरान कवलापति पत्नी शंभू, राधेश्याम पुत्र शारदा और इन्दू पत्नी रामलाल का नाम त्रुटिपूर्ण रूप से प्रारूप-5 में अंकित किया गया। इन त्रुटियों के कारण गांव में तनाव और विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई।

कई ग्रामीणों ने शिकायत की कि उनकी वास्तविक भूमि को गलत ढंग से दर्ज कर दिया गया है, जिससे भविष्य में उन्हें कानूनी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने दैनिक भास्कर के सवाल पर कहा कि स्वामित्व योजना सरकार की प्राथमिकता में है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिले में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए सभी तहसीलों में विशेष निगरानी दल गठित किए जाएंगे।

फेकू प्रसाद के विरुद्ध जारी आरोप पत्र में उनके कार्यों को कर्तव्य में लापरवाही, सरकारी योजना को नुकसान पहुंचाने और अपात्र व्यक्तियों को लाभ दिलाने की श्रेणी में रखा गया है। विभागीय जांच की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

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