
भास्कर ब्यूरो
महराजगंज। जनपद के सिंदुरिया से सिसवा मार्ग पर चल रहे निर्माण कार्य में लापरवाही और अनियमितताओं का एक और उदाहरण सामने आया है। चिउटहा चौराहे पर बन रही नाली को अधूरा छोड़कर ठेकेदार मौके से फरार हो गया है, जिससे स्थानीय जनता को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
यह सड़क दशकों से दो विधानसभा क्षेत्रों के बीच राजनीतिक खींचतान की शिकार रही है। लंबे समय तक उपेक्षित इस मार्ग का निर्माण कार्य हाल ही में जनप्रतिनिधियों के प्रयासों से आरंभ हुआ। लोगों को उम्मीद थी कि अब क्षेत्र में बुनियादी ढांचे में सुधार होगा और यातायात की सुविधा बेहतर होगी।
निर्माण कार्य के तहत चिउटहा चौराहे पर नाली बनाई जा रही थी, जिससे बरसात के समय जलभराव की समस्या का समाधान हो सके। लेकिन ठेकेदार द्वारा गड्ढा कराकर कार्य अधूरा छोड़कर फरार हो गया।
एक महीने से यह नाली अब मुसीबत का कारण बन गई है। घर के सामने छोटे बच्चों, बुजुर्ग, राहगीर दुकानदार सभी को एक महीने से कठिनाईयो का सामना करना पड़ रहा। चिउटहा चौराहे से निचलौल, पुरैना, सिसवा सिंदुरिया का मार्ग है अधूरा नाली के कारण जाम का मुशीबत झेलना पड़ता है, वहीं दुकानदारों का कारोबार भी प्रभावित हो रहा है।
यह लापरवाही न केवल निर्माण कार्य की धीमी गति को उजागर करती है, बल्कि यह भी बताती है कि जिम्मेदार अधिकारियों की निगरानी में कमी है। ठेकेदार द्वारा अधूरा नाली छोड़ जाने के बाद भी विभागीय स्तर पर कोई कार्रवाई न होना भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है।
क्षेत्रीय जनता में भी आक्रोश बढ़ता जा रहा है। जनता की मांग है कि अधूरी नाली का कार्य तुरंत पूरा किया जाए और जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए। साथ ही यह भी अपेक्षा है कि भविष्य में विकास कार्यों की मॉनिटरिंग सख्ती से की जाए ताकि ऐसी समस्याएं न हों।
यह मामला बताता है कि किस प्रकार बुनियादी सुविधाओं को लेकर अब भी ग्रामीण इलाकों में उदासीनता बनी हुई है। जरूरत है कि शासन-प्रशासन इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए ठोस कदम उठाए ताकि आमजनमानस को राहत मिल सके।