महराजगंज : दाउन्ने सड़क पर 15 घंटे तक जाम का कहर, नववर्ष पर हजारों यात्री फँसे

महराजगंज। नववर्ष की छुट्टियों के बीच नवलपरासी जिले के अत्यंत संवेदनशील दाउन्ने सड़क खंड पर करीब 15 घंटे तक भीषण जाम लगा रहा। इस लंबे जाम ने न सिर्फ स्थानीय यात्रियों को परेशान किया बल्कि नेपाल घूमने निकले हजारों सैलानियों की यात्रा भी बीच रास्ते में ही थम गई।

काठमांडू, पोखरा और लुंबिनी जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों की ओर जा रहे लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।रात करीब 10:30 बजे सोनौली बॉर्डर से काठमांडू की ओर बढ़ रहे वाहनों को अचानक दाउन्ने क्षेत्र में लंबी कतार में खड़ा होना पड़ा। आश्चर्यजनक रूप से सड़क पर किसी बड़े हादसे या भूस्खलन जैसी गंभीर समस्या की जानकारी नहीं मिली। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि बर्दघाट की ओर सड़क फिसलन भरी थी और वाहनों के अव्यवस्थित संचालन के कारण जाम लगातार बढ़ता चला गया।

नववर्ष के अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में पर्यटक, परिवार और युवा समूह नेपाल भ्रमण पर निकले थे। लेकिन दाउन्ने में जाम लगने से उनकी यात्रा घंटों तक ठप हो गई। कई बसें, निजी कारें और पर्यटक वाहन पूरी रात सड़क पर खड़े रहे। बच्चों, बुजुर्गों और बीमार यात्रियों को सबसे अधिक परेशानी झेलनी पड़ी। स्थिति को और गंभीर बनाता है कि लंबे समय तक ट्रैफिक पुलिस मौके पर दिखाई नहीं दी।

यात्रियों ने बताया कि जब उन्होंने ट्रैफिक पुलिस से संपर्क करने की कोशिश की तो फोन स्विच ऑफ मिला। इससे यात्रियों में नाराजगी और प्रशासन के प्रति रोष देखा गया।रातभर जाम में फँसे लोगों को खाने-पीने, पानी और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं के अभाव में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। कई यात्रियों को अपने होटल बुकिंग, धार्मिक कार्यक्रम और पारिवारिक योजनाएँ रद्द करनी पड़ीं। करीब 15 घंटे बाद प्रशासन की पहल से दाउन्ने खंड में यातायात धीरे-धीरे सुचारु हो सका। इसके बाद ही जाम में फँसे हजारों वाहनों ने अपनी यात्रा आगे बढ़ाई।

स्थानीय नागरिकों और यात्रियों ने सरकार और ट्रैफिक प्रशासन से मांग की है कि दाउन्ने जैसे जोखिमपूर्ण और व्यस्त मार्ग पर स्थायी ट्रैफिक प्रबंधन, वैकल्पिक व्यवस्था और आपातकालीन निगरानी सुनिश्चित की जाए। उनका कहना है कि नववर्ष या त्योहारों के समय इस तरह की अव्यवस्था दोबारा न हो, इसके लिए ठोस कदम उठाए जाने आवश्यक हैं।

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