लखनऊ : योगी सरकार की आतंक पर सबसे बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक, 8 साल में 142 स्लीपिंग मॉड्यूल दबोचे

  • 1 आतंकी मारा गया; टेरर फंडिंग, धर्मांतरण और घुसपैठ पर भी बड़ा एक्शन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आतंकवाद और असामाजिक गतिविधियों के खिलाफ योगी सरकार की कार्रवाई अब एक मॉडल के रूप में उभरी है। वर्ष 2017 में सत्ता में आने के बाद से अब तक के 8 वर्षों में योगी सरकार ने आतंकवाद के नेटवर्क को तोड़ने के लिए कई निर्णायक कदम उठाए हैं। यूपी एटीएस की कार्रवाई में अब तक 142 स्लीपिंग मॉड्यूल पकड़े जा चुके हैं। इनमें से 131 मॉड्यूल प्रदेश में आतंकी संगठनों के लिए पनाह और सूचनाएं मुहैया कराते थे, जबकि 11 टेरर फंडिंग में सक्रिय थे। वहीं एक आतंकी को एटीएस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया।

सिमी, पीएफआई, आईएसआईएस से जुड़े मॉड्यूल का खुलासा

इन स्लीपिंग मॉड्यूल के तार आईएसआईएस, अल-कायदा, आईएसआई, पीएफआई, सिमी, जमात-उल-मुजाहिदीन, नक्सली संगठनों सहित करीब एक दर्जन आतंकवादी संगठनों से जुड़े पाए गए हैं। एटीएस की इंटेलिजेंस और तकनीकी सर्विलांस की मदद से इन नेटवर्क को ट्रैक किया गया।

योगी सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस नीति’ के तहत अब यूपी उन राज्यों की सूची में शामिल हो गया है, जहां आतंकियों की गतिविधियों पर सबसे कड़ा पहरा है।

2017 से पहले यूपी बन रहा था आतंक का बेस

2017 से पहले उत्तर प्रदेश में आतंकवादी गतिविधियों की बाढ़-सी आ गई थी। स्लीपिंग मॉड्यूल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में अपनी जड़ें जमा चुके थे। लेकिन सरकार बदलते ही एटीएस ने राज्यभर में कार्रवाई शुरू की। नतीजतन पिछले आठ वर्षों में आतंकवादी नेटवर्क की कमर तोड़ दी गई।

टेरर फंडिंग मॉड्यूल को भी सलाखों के पीछे भेजा

प्रदेश में टेरर फंडिंग के लिए सक्रिय 11 स्लीपिंग मॉड्यूल का भी पर्दाफाश हुआ। ये मॉड्यूल अवैध धन, फर्जी कंपनियों, फेक अकाउंट्स और हवाला नेटवर्क के जरिए आतंकियों को आर्थिक मदद पहुंचा रहे थे। साथ ही भारतीय जाली मुद्रा के 41 मामलों में गिरफ्तारी हुई और 47.03 लाख रुपये की नकली करेंसी बरामद की गई।

राम मंदिर पर अफवाह फैलाने वालों पर भी शिकंजा

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर देश में सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिशें भी हुईं, लेकिन एटीएस ने इसमें भी सतर्कता दिखाई। एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, जो सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से धार्मिक उन्माद फैलाने की साजिश में शामिल था।

घुसपैठ पर सर्जिकल स्ट्राइक: 173 रोहिंग्या-बांग्लादेशी गिरफ्तार

प्रदेश में गैरकानूनी रूप से रह रहे 173 रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों को एटीएस ने गिरफ्तार किया है। इन पर देश की सुरक्षा को खतरा पहुंचाने का आरोप है। ये लोग फर्जी दस्तावेजों के सहारे यहां रह रहे थे और कुछ आतंकी गतिविधियों से भी जुड़े पाए गए।

धर्मांतरण मॉड्यूल पर भी करारी चोट

उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण सिंडिकेट भी लंबे समय से सक्रिय थे। एटीएस ने इस पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 20 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया, जो लालच और धोखाधड़ी के जरिए धर्मांतरण में शामिल थे।

साइबर क्राइम में विदेशी कनेक्शन: 4 चीनी नागरिकों सहित 19 की गिरफ्तारी

एटीएस ने फर्जी दस्तावेजों पर सिम कार्ड खरीदने, साइबर फ्रॉड और बैंकिंग धोखाधड़ी के मामलों में भी सख्त एक्शन लिया। 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें 4 चीनी नागरिक भी शामिल थे। इनका नेटवर्क यूपी समेत देशभर में साइबर ठगी का जाल बुन रहा था।

सीएम योगी का बयान: यूपी अब आतंकियों का अड्डा नहीं, कब्रगाह बन गया है

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “उत्तर प्रदेश की धरती पर अब आतंक और अराजकता की कोई जगह नहीं है। हमारी सरकार की प्राथमिकता सुरक्षा है और कानून-व्यवस्था में समझौता नहीं होगा। अब यूपी आतंकियों की पनाहगाह नहीं, उनकी कब्रगाह बन गया है।”

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