लखनऊ : उपराष्ट्रपति ने किया ‘चुनौतियां मुझे पसंद हैं’ पुस्तक का विमोचन, कहा- ‘सीएम योगी के प्रयास से बना उत्तम प्रदेश’

  • राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के जीवन पर आधारित पुस्तक ‘चुनौतियां मुझे पसंद हैं’ का विमोचन
  • उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया पुस्तक का विमोचन
  • ‘मां हमारी नहीं रह जाती… सबकी हो जाती हैं’ : अनार पटेल

लखनऊ। गुरुवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का एक दिवसीय उत्तर प्रदेश दौरा हुआ। इस दौरान उन्होंने जानकीपुरम में एकेटीयू में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया, जिसमें यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की जीवन पर आधारित पुस्तक ‘चुनौतियां मुझे पसंद हैं’ का विमोचन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन एकेटीयू के परिसर में हुआ था। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, केशव प्रसाद मौर्य, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र और स्वामी चिदानंद सरस्वती भी मौजूद रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत से पहले, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बक्शी का तलाब स्थित एयरफोर्स स्टेशन पर उपराष्ट्रपति का स्वागत किया। इस दौरान साथ में यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी थीं। उपराष्ट्रपति ने कार्यक्रम की शुरुआत की और पुस्तक का विमोचन किया।

इस दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, “ये शोध का विषय ! कैसे उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बना। सीएम योगी के प्रयास से महाकुम्भ-2025, प्रयागराज’ विश्व का सबसे बड़ा सांस्कृतिक आयोजन था। इतना सफलतम आयोजन सदियों तक याद रहेगा।”इसके बाद उन्होंने कहा, “देश और दुनिया ‘जेवर एयरपोर्ट’ का इंतजार कर रही है।”

इस मौके पर राज्यपाल की बेटी अनार बेन पटेल ने कहा कि जब उनका नाम इस कार्यक्रम के लिए तय हुआ, तो मां ने उन्हें भाई की तरह देखा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहुत अच्छा काम किया है। उन्होंने बाल विवाह को रोकने के लिए भी सख्ती दिखाई है। अनार बेन ने यह भी कहा कि माता-पिता का भी बहुत सम्मान है, और मां बहुत कुछ करती हैं।

स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि उन्हें चुनौतियां पसंद हैं। उन्होंने कहा कि आज के युग में नारी होना ही एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि जीवन ऐसा जिएं कि मिसाल बन जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि देश की बड़ी चुनौतियों का सामना करने के लिए मिलकर काम करना जरूरी है। उन्होंने बताया कि कोविड के दौरान भी राजभवन सजाया गया था। उन्होंने कहा कि वह बेटी जिसने अपने गांव में सबसे पहले पढ़ाई की, वह आगे चलकर शिक्षक, मंत्री, मुख्यमंत्री और फिर राज्यपाल बनी। उनका संदेश था कि पढ़ेंगे तो आगे बढ़ेंगे।

चिदानंद सरस्वती ने यह भी कहा कि इस समय नारी होना और नारी रहना भी एक चुनौती है। उन्होंने कहा कि जीवन को इस तरह जिएं कि मिसाल बन जाएं। उन्होंने कहा कि देश की सबसे बड़ी चुनौती है, मिलकर रहना। मुख्यमंत्री योगी के शब्दों का जिक्र करते हुए कहा कि “एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे” और वक्त की नजाकत को समझना जरूरी है।

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