
Lucknow: आरएसएस महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने संविधान से समाजवादी व धर्मनिरपेक्ष शब्द निकालने एवं न्यायपालिका व मीडिया के स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने की मांग ने यह स्पष्ट कर दिया कि संविधान बदलने की चाहत रखने वाले आरएसएस व भाजपा को संविधान न बदल पाने की पीड़ा आज भी है। भाजपा के पूर्व नेता व पूर्व मंत्री फायर ब्रांड नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक्स पर दत्तात्रेय होसेबोले के बयान पर यह प्रतिक्रिया दी।
अपने बयान में उन्होंने कहा कि संविधान, न्यायपालिका व मीडिया के रहते आज जब पूरे देश में कहीं आदिवासी के सिर पर पेशाब किए जाने, दलित के शरीर पर मलमूत्र लेप करने, एससी,एसटी एवं ओबीसी द्वारा प्रयोग किए गये आवास को गंगा जल से तथा गोमूत्र से धुलवाने, एससी, एसटी, ओबीसी द्वारा प्रयोग किए गए कुर्सी को गंगाजल से धूलवाने, इटावा में भागवताचार्य को बंधक बनाकर मारने पीटने, सिर का बाल मुडवाने, चोटी काटने तथा एक वर्ग विशेष की महिला के मूत्र से छिड़काव कर पवित्र होने का आशीर्वाद देने जैसी दिल दहलाने वाली घटनाये हो रही है साथ ही साथ महामहिम राष्ट्रपति को दिल्ली स्थित जगन्नाथ मंदिर में जाने से इसलिए रोका जाता हो क्योंकि वह आदिवासी समाज से आती हैं।
दूसरे महामहिम राष्ट्रपति को ब्रह्मा मंदिर राजस्थान में जाने से रोक दिया जाता है क्यों कि वह दलित समाज से आते हैं तो क्या इससे आरएसएस, भाजपा गठजोड़ के लोगों का पेट नहीं भरा है। आखिर यह गठजोड़ किस हद तक जातिवाद का नंगा नाच करना चाहती है या किस हद तक धार्मिक उन्माद फैलाकर सामाजिक सदभाव व भाईचारे को खत्म करने पर आमादा है, कि उसे इस प्रकार की मांग उठानी पड़ रही है। कहीं संविधान न बदल पाने की कुण्ठा तो नहीं है, दत्तात्रेय के संविधान न्यायपालिका व मीडिया विरोधी बयान की मैं घोर निंदा करता हूं।
ये भी पढ़ें:
देश की सुरक्षा से खिलवाड़…जानिए कैसे पाकिस्तानी महिला के इश्क में जवान बना गद्दार
https://bhaskardigital.com/playing-with-the-countrys-security-know-how-a-young-man-became-a-traitor-in-love-with-a-pakistani-woman/
भोपाल : रतलाम में आज रीजनल इंडस्ट्री, स्किल एंड इम्प्लॉयमेंट कॉन्क्लेव का आयोजन
https://bhaskardigital.com/bhopal-regional-industry-skill-and-employment-conclave-organized-in-ratlam-today/