
- मुद्रा लोन व आटो लोन निकालकर करते थे साइबर फ्राड
Lucknow : एसटीएफ ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर बैक कर्मियों की आईडी अनाधिकृत तरीके से लागिन कर मुद्रा लोन व आटो लोन निकालकर साइबर फ्राड करने वाले यूनियन बैंक आफ इंडिया के मैनेजर सहित गिरोह के 4 सदस्यों को न्यू हजरतगंज अपार्टमेंट की सातवीं मंजिल सुशांत गोल्फ सिटी से गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गये अभियुक्तों के पास से बीएमडब्ल्यू कार,सुजुकी बलेनो,सुजुकी फ्रोंश,महिन्द्रा सुप्रो,फर्जी दस्तावेज,आधार,पांच मोबाइल फोन,रिलांयस डिजिटल का बिलवाउचर व दो चेकबुक बरामद हुई है।
गिरफ्तार किये गये मास्टरमाइंड यूनियन बैंक आफ इंडिया के मैनेजर गौरव सिंह पुत्र श्रीकृष्णलाल निवासी विकास नगर,नावेद हसन पुत्र सईद हसन निवासी हुसैनाबाद ठाकुरगंज,अखिलेश तिवारी पुत्र शशिभूषण तिवारी निवासी मानसविहार आलमनगर,इंद्रजीत पुत्र शंकर सिंह निवासी नंदौली हसनगंज उन्नाव, ने एसटीएफ को बताया कि राज बहादुर गुरुंग, निवासी इनकम टैक्स कॉलोनी, वजीर हसन रोड, थाना हजरतगंज लखनऊ, को व्यवसाय के लिए 2 से 3 लाख रूपये की जरूरत थी जिसके लिए उसने अपने जानने वाले इंद्रजीत सिंह से बात की इंद्रजीत ने बताया था कि उसका मित्र नावेद हसन, यूनियन बैंक, आफ इंडिया शाखा जानकीपुरम ब्रांच के मैनेजर गौरव सिंह से परिचित है और वह लोन दिलवाने का काम करता है।
इंद्रजीत के कहने पर राज बहादुर गुरुंग ने अपना आधार कार्ड और पैन कार्ड उसके व्हाट्सएप पर भेज दिया था। लगभग 15 दिन बाद इंद्रजीत सिंह,राजबहादुर गुरंग को यूनियन बैंक आफ इंडिया शाखा जानकीपुरम मैनेजर गौरव सिंह के केबिन में ले गया। वहां पहले से एक फाइल रखी हुई थी जिसमें अंग्रेजी में टाइप किये हुए कई कागजात पूर्व से रखे थे। उन लोगों ने राज बहादुर गुरुंग को अपने प्रभाव में लेकर उन कागजों पर हस्ताक्षर करवा लिया था। अगले दिन फिर इंद्रजीत ने बुलाकर दुबारा लगभग 15-20 जगह फिर से साइन करवाए। नावेद हसन ने राज बहादुर गुरुंग से कहा कि तुम्हारा काम जल्द ही हो जाएगा पर कई महीने होने पर राज बहादुर गुरुंग ने पूछा तो नावेद ने मना कर दिया कि तम्हारा लोन नही हुआ। लगभग 5-6 महीने बाद राज बहादुर गुरुंग के मोबाइल पर ईएमआई ड्यू का मैसेज आया।
तब राज बहादुर गुरुंग ने अपना सिविल स्कोर निकलवाया तो पता चला कि उसके नाम से दो लोन स्वीकृत हुए है। जिसमें से एक मुद्रा लोन 9,80,000 ,28-04-2023 का और दूसरा कार लोन 15,00,000 का 10-05-2023 का कुल 24,80,000 यूनियन बैंक आफ इंडिया शाखा जानकीपुरम से किए गए है। इस प्रकरण की जांच में एसटीएफ ने इन चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।