
Lucknow : उत्तर प्रदेश विधान मंडल के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही आज जोरदार तरीके से शुरू हुई। सत्र की शुरुआत होते ही विपक्ष ने कोडीन कफ सिरप मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधा, वहीं सरकार ने आश्वस्त किया कि इस मुद्दे पर विस्तृत और तथ्यों पर आधारित जवाब सदन में दिया जाएगा। आज के सत्र की सबसे बड़ी चर्चा अनुपूरक बजट और श्री बांके बिहारी जी मंदिर ट्रस्ट बिल-2025 से जुड़ी जानकारी पर केंद्रित रहने वाली है।
कोडीन सिरप मामले पर सपा का हमला कार्रवाई की उठी मांग
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता माता प्रसाद पांडेय ने कोडीन सिरप प्रकरण पर सवाल उठाते हुए आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि इसमें सपा कार्यकर्ताओं का भी नाम सामने आता है तो उनके खिलाफ भी निष्पक्ष कार्रवाई होनी चाहिए।
इसके जवाब में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश में कोडीन सिरप से एक भी मौत दर्ज नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार तथ्यों के साथ पूरा उत्तर देगी और किसी भी तरह की गलत जानकारी फैलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सत्र शुरू होने से पहले भी सपा विधायकों ने इस मुद्दे को लेकर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया।

श्री बांके बिहारी जी मंदिर ट्रस्ट बिल भक्तों को मिलेगी बेहतर सुविधा
सत्र के दौरान विधानसभा के प्रधान सचिव प्रदीप दुबे दोनों सदनों में श्री बांके बिहारी जी मंदिर ट्रस्ट बिल, 2025 से जुड़ी विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करेंगे। यह बिल दोनों सदनों से पहले ही पास हो चुका है और राज्यपाल की मंजूरी के बाद इसे कानून के रूप में नोटिफाई कर दिया गया है। इसके तहत
मंदिर की धार्मिक परंपराओं और विरासत की सुरक्षा,
व्यवस्थापन में पारदर्शिता,
और श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधा व व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी।
अनुपूरक बजट पर होगी विस्तृत बहस
आज सदन में अनुपूरक अनुदान मांगें पेश की जानी हैं। सपा नेता माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि संविधान सरकार को यह अधिकार देता है, लेकिन चर्चा इस बात पर होगी कि ये अतिरिक्त बजट किन योजनाओं और सार्वजनिक हित के कार्यों के लिए मांगा जा रहा है।
सीएम योगी का निर्देश तथ्यों के साथ, शालीनता से दें जवाब
रविवार को हुई भाजपा विधानमंडल दल की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों और विधायकों से कहा कि विपक्ष के हर सवाल का जवाब शालीनता, संयम और ठोस तथ्यों के साथ दिया जाए। उन्होंने सभी विधायकों की सदन में अनिवार्य उपस्थिति पर जोर दिया।
सरकार ने विधानसभा में वंदेमातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने पर विशेष चर्चा कराने का भी फैसला किया है, जिसके लिए भी सभी विधायकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

विपक्ष का हमला सरकार की रणनीति तैयार
शीतकालीन सत्र में विपक्ष के तीखे हमलों का सामना करने के लिए भाजपा सरकार ने भी रणनीति तैयार कर ली है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि मंत्री पूरी तैयारी के साथ सदन में आएं और हर मुद्दे पर स्पष्ट, ठोस और जिम्मेदार जवाब दें।
कुल मिलाकर, यूपी विधान मंडल का यह शीतकालीन सत्र बड़े राजनीतिक विमर्श, महत्वपूर्ण विधायी कार्यों और जनता से जुड़े अहम विषयों पर गहन चर्चा का सत्र साबित होता दिख रहा है।










