
लखनऊ में उत्तर प्रदेश राज्य संपत्ति विभाग के अंतर्गत आओ वाली दारुलशफा काॅलोनी के दुकानदारों को गुरुवार को अपनी ही दुकान को तोड़ते हुए देखा गया। दुकानदारों ने लोहे की रॉड लेकर अपनी दुकानों के बाहरी हिस्से की छत व दीवार गिरा दी।
दारुलशफा के खंड अ में व्यवस्था अधिकारी डॉ दिनेश कारूष ने बताया कि कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकान की सीमा के बाहर तक दुकानें बढ़ा रखी थी। जिसके कारण उन्हें नोटिस भेजी गई और कार्रवाई के भय से वे अपनी ही दुकानों को तोड़ रहे हैं।
वहीं कुशवाहा जलपान गृह के मालिक दिनेश कुशवाहा ने आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान समय में राज्य सरकार के अधिकारी अपनी मनमर्जी कर रहे हैं। उनकी दुकान वर्षों से चल रही है और आने-जाने के रास्ते पर कोई अतिक्रमण नहीं है। फिर अचानक नए व्यवस्था अधिकारी के आने के बाद नोटिस भेजी और कार्रवाई की धमकी दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि फिलहाल दुकान के बाहरी हिस्से को तोड़ लिया गया है। हमारे पड़ोस में भोजनालय को भी नोटिस मिला है, वह भी अगले हिस्से को गिराने की तैयारी कर रहे हैं। वर्तमान में तमाम दुकानदारों को नोटिस मिली है जिससे सभी परेशान हैं।
बता दें कि एक माह के भीतर दारुलशफा में यह पांचवीं दुकान है, जिसे नोटिस दी गई है। इससे पहले नोटिस मिलने के बाद अधिकारियों को अपशब्द कहने वाले बाटी-चोखा के दुकानदार राजेश की दुकान को व्यवस्थाधिकारी ने गिरवा दिया है।