
Lucknow: अति प्राचीन श्री महाकालेश्वर मंदिर के तत्वावधान में गुप्त नवरात्रि के पावन उपलक्ष्य में आयोजित श्री शतचण्डी महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन परम् पूज्य दण्डी स्वामी श्री देवेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज की पावन अध्यक्षता एवं मार्गदर्शन में कलशयात्रा से प्रारम्भ हुआ। यह महायज्ञ 26 जून से 4 जुलाई 2025 तक चलेगा।

27 जून, शुक्रवार को दोपहर 4:00 बजे से सायं 7:00 बजे तक परम् श्रद्धेय डॉ शिव प्रकाश शुक्ल (गुरु जी) के श्री मुख से होगा।
28 जून, शनिवार को वैदिक विधान से अग्नि प्राकट्य का कार्यक्रम होगा।
29 जून, रविवार को मां राजराजेश्वरी भगवती का सहस्त्रार्चन अपनी-अपनी सामग्री के सहित आप सभी भक्त जन शामिल हो सकते हैं।
4 जुलाई, शुक्रवार को श्री शतचण्डी महायज्ञ की पूर्णाहुति सम्पन्न होगी।
इस दौरान श्री महाकालेश्वर भगवान का नित्य 5100 बेल पत्रों से अर्चन पूजन रुद्राभिषेक किया जाएगा।
गुप्त नवरात्रि का महत्व
गुप्त नवरात्रि विशेषकर तांत्रिक क्रियाएं, शक्ति साधना, महाकाल आदि से जुड़े लोगों के लिए विशेष महत्त्व रखती है। इस दौरान देवी भगवती के साधक बेहद कड़े नियम के साथ व्रत और साधना करते हैं ।
1645 सन का बना हुआ महाकालेश्वर मंदिर एक गुरुकुल भी है, जहां पर साढ़े तीन साल के उम्र के बच्चे भी है । सभी बच्चे यहां पर अपनी शिक्षा दीक्षा ग्रहण करने आते हैं और हर तरीके से गुरुकुल संस्कृति पालन का प्रयास करते हैं।
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