
- जिलाधिकारियों व पुलिस अफसरों को फोन कर दिए निर्देश
लखनऊ। लगता है जिलों में जनता जनार्दन की सुनवाई नहीं हो रही। सैकड़ों लोग लखनऊ आ रहे हैं और अपनी पीड़ा सुनाकर तुरंत न्याय चाहते हैं। लेकिन तुरंत न्याय है कहां? सोमवार को उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के कैम्प कार्यालय पर आयोजित जनता दर्शन में विभिन्न जिलों से सैकड़ों लोग पहुंचे और अपनी पीड़ा सुनाई।
डिप्टी सीएम ने एक-एक कर लोगों की व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक समस्याओं को सुना। संबंधित विभागीय अधिकारियों को उनके त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण के स्पष्ट निर्देश दिए। जनता दर्शन में लगभग तीन दर्जन से अधिक ज़िलों से आए लोगों ने अपनी समस्याएं रखीं। उप मुख्यमंत्री ने समस्याओं के निस्तारण के बावत गोंडा, मिर्जापुर, मेरठ, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, बाराबंकी, व कौशांबी के जिलाधिकारी बनारस के पुलिस कमिश्नर व शासन के उच्चाधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता करते हुए यथोचित दिशा निर्देश दिए।

जमीन सम्बन्धी अधिकांश प्रकरणों में उन्होंने सम्बन्धित जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि राजस्व व पुलिस विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की संयुक्त टीम बनाकर मौके पर भेजा जाय और सार्थक समाधान कराया जाय। अधिकतर प्रकरणों में भूमि विवाद, राजस्व संबंधित मुद्दे, चिकित्सा सहायता, पेंशन, आवास, सड़क, बिजली-पानी की समस्याएं, पुलिस कार्यवाही से सम्बन्धित, शिक्षा एवं रोजगार से जुड़े मामले रहे। श्री मौर्य ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनसमस्याओं के समाधान में किसी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही न हो। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिन मामलों में आवश्यक हो, वहां मौके पर जाकर निरीक्षण किया जाए और पीड़ितों को समयबद्ध राहत प्रदान की जाए।