
लखनऊ। लखनऊ स्थित रामस्वरूप यूनिवर्सिटी में विधि विद्यार्थियों के शांतिपूर्ण आंदोलन के दौरान बवाल हो गया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कार्यकर्ताओं और छात्रों ने गुरुवार को आरोप लगाया कि बाहरी गुंडों ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर हमला किया और पुलिस ने बर्बर लाठीचार्ज किया। यह आंदोलन विश्वविद्यालय में नवीनीकरण और मानक के बिना चल रहे विधि पाठ्यक्रम के विरोध में था।
एबीवीपी के राष्ट्रीय मंत्री अंकित शुक्ला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “परिषद ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर 48 घंटे में कार्रवाई की मांग की है, अन्यथा प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने यह भी बताया कि, “रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी में छात्रों पर लाठीचार्ज हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की जांच मंडल आयुक्त अयोध्या को सौंपी है।”
उन्होंने सवाल किया, “यदि विश्वविद्यालय का नवीनीकरण हुआ था, तो 3 सितंबर को क्यों लेटर भेजा गया? दो साल से विद्यार्थियों का नुकसान हुआ है, इसकी भी जांच होनी चाहिए।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि, “माफिया को मिट्टी में मिला देंगे। ऐसे शिक्षा माफिया को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है, जिनकी मान्यता नहीं है और सीट एलॉट की जा रही है।”
एबीवीपी ने यह भी आरोप लगाया कि, “सीओ के आने के बाद लाठीचार्ज किया गया। किसने आदेश दिया कि लाठीचार्ज किया जाए?”
आंदोलन के समर्थन में, छात्र परिषद के कार्यकर्ता प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन देंगे।
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