लखनऊ के बौद्ध विहार शांति उपवन में 2024 का त्रिदिवसीय अंतरराष्ट्रीय पालि साहित्य सम्मेलन आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन बुद्धिस्ट कॉन्क्लेव के अंतर्गत किया गया, जिसमें विशेष रूप से पालि भाषा की महत्ता और इसके ऐतिहासिक संदर्भों पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक मौजूद रहे। साथ ही, एमएलसी गोविंद नारायण शुक्ल भी इस कार्यक्रम में भागीदार रहे। दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य पालि भाषा को ‘क्लासिकल लैंग्वेज’ के रूप में प्रतिष्ठित करना और भगवान बुद्ध की शिक्षाओं पर शैक्षिक एवं अनुसंधानात्मक विमर्श करना था। सम्मेलन में पालि साहित्य के क्षेत्र में हुए शोध और उसके विकास पर भी विस्तृत चर्चा की गई।
उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने पालि साहित्य के संरक्षण और प्रसार की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि बुद्ध के उपदेशों और उनके मूल सिद्धांतों को भविष्य की पीढ़ियों तक पहुंचाया जा सके। सम्मेलन के दौरान विभिन्न सत्रों में बौद्ध दर्शन, साहित्य और संस्कृति से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ।
यह सम्मेलन भारतीय संस्कृति और बौद्ध धर्म के प्रति लोगों की जागरूकता को बढ़ाने का एक अहम कदम साबित हुआ।