
- उत्तर प्रदेश में 4 करोड़ 7 लाख किसानों को निःशुल्क मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किए गए
Lucknow : विश्व मृदा दिवस के अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने ‘धरती माता बचाओ अभियान’ की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ मृदा का महत्व बहुत अधिक है। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे मृदा के गिरते स्वास्थ्य को ठीक करने के लिए एकजुट होकर कार्य करें।
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा ‘विश्व मृदा दिवस’ प्रदेश के किसानों और वैज्ञानिकों से स्वस्थ, लचीले और टिकाऊ कृषि के निर्माण के लिए एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया गया। स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ मृदा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मंत्री ने कहा कि यदि मिट्टी के क्षरण की रफ्तार यही रही तो 2050 तक धरती के हरियाली का परिदृश्य बहुत बदल जाएगा। इसलिए हमें पृथ्वी के प्रति अपना कर्तव्य निभाते हुए उसकी रक्षा करनी होगी। इस संदर्भ में उन्होंने सभी को ‘माता भूमिः पुत्रो´हं पृथ्विया’ का ध्यान आकर्षित किया।
इस मौके पर उत्तर प्रदेश में 4 करोड़ 7 लाख किसानों को निःशुल्क मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किए गए हैं।
उन्होंने किसानों से अपील की कि वे टिकाऊ भूमि प्रबंधन, कम्पोस्ट का बेहतर प्रयोग, प्राकृतिक खेती, मल्चिंग एवं माइको स्प्रिंकलर तकनीकी को अपनाएं और रासायनिक उर्वरकों के पर्णीय छिड़काव का अधिक से अधिक प्रयोग करें।
कार्यशाला में बांदा, झांसी कृषि विश्वविद्यालयों द्वारा मृदा स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता हेतु मॉडलों का निर्माण किया तथा मृदा के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान आकर्षित करने हेतु कृषकों को जागरूक करने का प्रयास किया। कार्यशाला में मृदा परीक्षण के सजीव प्रदर्शन भी कराया गया। जिसको लेकर कृषकों एवं अधिकारियों में काफी उत्साह रहा। क्षेत्रीय मृदा परीक्षण प्रयोगशाला, लखनऊ मण्डल लखनऊ गंगा सेल कृषि भवन लखनऊ द्वारा विभागीय स्टॉल लगाकार कृषकों को जागरूक किया गया।
मृदा स्वास्थ्य एवं प्रबन्धन विषय पर प्रतियोगिता आयोजित की गयी, जिसमें अमन दुमका, रानी लक्ष्मी बाई, केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झॉसी कृष्णा नन्द यादव, बॉदा कृषि एवं प्रद्योगिकी विश्वविद्यालय, बांदा श्री अमन थापा, पी०एम०श्री केन्द्रीय विद्यालय, ए०एम०सी0, बिजनौर लखनऊ, गोविन्द प्रसाद रौनियार को पुरस्कृत किया गया। साथ ही डा० अभिषेक कुमार, अनुत प्रोहित डा० आशुतोष गुप्ता, आसिफ रियाज, निखिल यादव को भी उत्कृष्ट मॉडल एवं स्टॉल लगाने के लिए सम्मानित किया गया।
प्रमुख सचिव कृषि रवींद्र द्वारा लगातार छोटी हो रही कृषि जोतों, मृदा एवं जल प्रदूषण के साथ-साथ खराब हो रहे मृदा के स्वास्थ्य विषय पर कृषकों को जागरूक करते हुए सचेत किया कि कृषकों द्वारा किसी भी दशा में फसल अवशेष नहीं जलाने चाहिए तथा मृदा में सन्तुलित उर्वरकों का प्रयोग करके एक तरफ मृदा स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
वहीं उत्पादन भी अच्छा प्राप्त करने की अपील किसानों से की। कार्यशाला में वैज्ञानिकों द्वारा बताई गयी महत्वपूर्ण जानकारियों को घर जाकर 5 से 6 लोगों को भी जागरूक करने की अपील की। आगे कार्यकम में कैप्टन विकास गुप्ता ने धरती माता बचाओ अभियान के अन्तर्गत मृदा संरक्षित किये जाने की अपील किसानों से की।
इस अवसर पर वरिष्ठ मृदा वैज्ञानिक डा० के० एन० तिवारी, जवाहर लाल नेहरू अवार्डी, डॉ० एस० के० झा0, वरिष्ठ सलाहकार नमामि गंगे, डॉ० सी०पी० श्रीवास्तव, कृषि निदेशक उत्तर प्रदेश डॉ० पंकज त्रिपाठी. समस्त अपर कृषि निदेशक, संयुक्त कृषि निदेशक, कृषि भवन लखनऊ संयुक्त कषि निदेशक आदि मौजूद थे।










