
लखनऊ। नगर निगम लखनऊ के जोन 8 में कर निर्धारण में घोटाले आम से हो गए है जो की रुकने का नाम नहीं ले रहे विधान सभा के प्रथम सत्र में जोन 8 का मामला आने के बाद भी नगर निगम के अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही नगर निगम जोन 8 का एक और कारनामा आया सामने नगर निगम जोन 8 की जितनी भी तारीफ कर निर्धारण घोटाले को लेकर की जाए उतनी कम है ऐसा ही मामला एक तेलीबाग लक्ष्मी टावर का सामने आया है।
सूत्रों की माने तो तेलीबाग में बनी लक्ष्मी टावर बिल्डिंग लगभग 4 हजार स्क्वायर फीट है और 4 फ्लोर की है और चारों फ्लोर कमर्शियल यूज किए जा रहे हैं मगर नगर निगम जोन 8 के काबिल आर आई देवी शंकर दुबे ने लक्ष्मी टावर बिल्डिंग का कर निर्धारण 1/1/2025 से रिवाइज कर के सरकारी खजाने में चूना लगाने का काम किया है।

जोकि लक्ष्मी टावर बिल्डिंग का कर निर्धारण 2022 से किया जाना चाहिए था मगर 2025 से कर निर्धारण कर दिया गया। सूत्रों से पता चला है कि पूरा मामला खारिक वार्ड नंबर एक का बताया जा रहा है भवन स्वामी से इस मामले को सेटलमेंट करने में मोटी रकम ली गई है यह वही आर आई देवी शंकर दुबे है जिनके पास लगभग 8 मलाईदार वार्ड भी है और लगभग 60 प्राइवेट लड़के लगाकर धन उगाही करा रहे हैं।