
लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा शासित प्रदेशों में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा के अनादर को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने एक्स पर कहा कि संविधान निर्माता भारतरत्न डॉ. अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर कई राज्यों में उनकी प्रतिमाओं का अनादर और जुलूसों पर सामंती तत्वों के हमलों में लोगों के हताहत होने की घटनाएं अत्यंत शर्मनाक हैं। यह इस बात की पुष्टि करता है कि सरकारों का दोहरा चरित्र है।
मायावती ने विशेष रूप से मध्य प्रदेश के मुरैना में अम्बेडकर जुलूस पर हुए हमले का उल्लेख किया, जिसमें एक दलित की हत्या और कई लोग घायल हुए। उन्होंने कहा कि इस घटना में दोषियों के खिलाफ अभी तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे राज्य सरकार की स्पष्ट संलिप्तता सामने आती है। उन्होंने केंद्र और सभी राज्य सरकारों से अपील की कि वे दलितों के खिलाफ हो रहे अन्याय और उनकी गरिमा के उल्लंघन की घटनाओं को गंभीरता से लें और सख्त कार्रवाई करें, अन्यथा दलित समुदाय उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि जातिवादी घटनाएं यह स्पष्ट करती हैं कि केंद्र और राज्य सरकारें डॉ. अम्बेडकर की जयंती जैसे कार्यक्रमों का आयोजन केवल दलित वोटों के स्वार्थ के लिए कर रही हैं, जो कि एक छलावा है। मायावती ने दलित समाज को इस प्रकार की दोहरी नीति और चेहरे वाली पार्टियों से सावधान रहने की सलाह दी।