
लखनऊ। अगर आप अंतरिक्ष, ग्रह-नक्षत्रों और ब्रह्मांड के रहस्यों को बेहद करीब से जानना चाहते हैं, तो लखनऊ का इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला आपके लिए तैयार है—वो भी बिल्कुल नए रूप और अत्याधुनिक तकनीक के साथ। दो साल के लंबे इंतजार के बाद यह तारामंडल फिर से दर्शकों के लिए खोल दिया गया है। अब यहां जुरासिक युग से लेकर हजारों साल आगे के भविष्य तक की डिजिटल यात्रा मुमकिन है।
विज्ञान मंत्री ने किया लोकार्पण
नक्षत्रशाला का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अनिल कुमार ने किया। इस अवसर पर राज्य मंत्री अजीत सिंह पाल और प्रमुख सचिव पंधारी यादव भी मौजूद रहे।
लोकार्पण समारोह में अटल आवासीय विद्यालय मोहनलालगंज के 110 विद्यार्थियों समेत सैकड़ों स्कूली छात्र, शिक्षक और विभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे।

क्या खास है नए तारामंडल में?
- 8K टू-डी और थ्री-डी तकनीक से लैस आधुनिक प्रोजेक्शन सिस्टम
- 216 सीटों की क्षमता और नया 15 मीटर का सीमलेस नैनोसीम डोम
- अमेरिका की Evans & Sutherland कंपनी की तकनीक
- 12 ग्राफिक प्रोसेसिंग यूनिट, क्रिस्टी मिराज थ्रीडी प्रोजेक्टर, आधुनिक साउंड सिस्टम
- रीयल टाइम में नासा और ESA (यूरोपियन स्पेस एजेंसी) के डेटा का प्रयोग
- प्लैनेटोरियम डोमकास्टिंग के जरिए लाइव शो देश-दुनिया में दिखाए जा सकेंगे
समय की यात्रा: अतीत से भविष्य तक
नया सिस्टम दर्शकों को 10,000 साल पीछे और 10,000 साल आगे तक ब्रह्मांड की झलक दिखा सकता है।
यहां आप देख सकेंगे:
- जुरासिक युग के डायनासोर
- उल्कापिंडों की बौछार
- तारे टूटते हुए
- सूर्य-चंद्र ग्रहण
- भविष्य के ग्रहों की स्थिति
दर्शक खुद को अंतरिक्ष यात्री जैसा महसूस करेंगे, जहां वास्तविकता और आभासी दुनिया का अंतर मिटता नजर आएगा।
पहले से कितनी बदली है नक्षत्रशाला?
2003 में स्थापित इस नक्षत्रशाला में पहले जापान की GOTO कंपनी का प्रोजेक्टर इस्तेमाल होता था, जो अब हटाकर DigiStar-7 सिस्टम लगाया गया है—दुनिया के 700 से अधिक तारामंडलों में यह तकनीक इस्तेमाल हो रही है।
पहले डोम में जोड़ दिखाई देते थे, अब परफोरेटेड एल्युमिनियम से बना सीमलेस डोम दर्शकों को और जीवंत अनुभव देगा।
टिकट दरें और छूट
| वर्ग | 2D शो | 3D शो |
|---|---|---|
| 5 साल तक के बच्चे | निःशुल्क | निःशुल्क |
| सामान्य दर्शक | ₹100 | ₹200 |
| दिव्यांगजन / 18 वर्ष तक के विद्यार्थी | ₹50 | ₹100 |
| ग्रुप बुकिंग (100+ स्टूडेंट्स) | ₹30/विद्यार्थी | |
| जनसामान्य ग्रुप बुकिंग | ₹60/व्यक्ति |
नक्षत्रशाला कहां-कहां?
लखनऊ के अलावा उत्तर प्रदेश में गोरखपुर और रामपुर में भी नक्षत्रशालाएं स्थापित हैं। ये सभी जगहें खगोल विज्ञान को लोकप्रिय बनाने और छात्रों को वैज्ञानिक सोच से जोड़ने में अहम भूमिका निभा रही हैं।









