
लखनऊ । राजधानी में एक अंतरराज्यीय साइबर ठगी के गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों का उपयोग कर मोबाइल चोरी और साइबर ठगी कर रहा था। गिरोह ने बच्चों को लालच देकर भीड़-भाड़ वाली जगहों से मोबाइल फोन चुराने के लिए प्रेरित किया। चुराए गए मोबाइल फोन का लॉक तोड़ने के बाद, सिम कार्ड को निकालकर फर्जी नाम-पते से खोले गए बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर किए जाते थे।
इस गिरोह का संचालन झारखंड के तीनपहाड़ इलाके से किया जा रहा था और यह पूरे देश में ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहा था। लखनऊ साइबर सेल और गाजीपुर पुलिस ने मिलकर इस गिरोह के चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया और 13 नाबालिग बच्चों को डिटेन किया। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में मुख्य आरोपी सोनू महतो पहले भी गोरखपुर और लखनऊ में विभिन्न अपराधों के मामले में शामिल रहा है। अन्य आरोपी शुभम महतो, राजकुमार राय और जोनू कुमार भी झारखंड और बिहार के निवासी हैं।
पुलिस ने इस ऑपरेशन के दौरान 46 मोबाइल फोन बरामद किए और 2 लाख रुपये की ठगी का खुलासा किया। यह ठगी गाजीपुर की सब्जी मंडी से चोरी हुए एक फोन के माध्यम से की गई थी, जिसके लिंक से एक कैनरा बैंक खाते से 1.99 लाख रुपये निकाले गए थे।
साइबर सेल ने 13 नाबालिग बच्चों को संरक्षण में लिया है और उनकी पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ है कि गिरोह तकनीक और बच्चों की मासूमियत का इस्तेमाल करके कैसे देश भर में साइबर ठगी कर रहा था। पुलिस अन्य राज्यों की एजेंसियों से भी संपर्क में है ताकि इस गिरोह के अन्य नेटवर्क के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सके।