
- फर्जी दस्तावेजों से कब्जा कर रजिस्ट्री कराई, जांच में सामने आए कई नाम
लखनऊ। एलडीए की जानकीपुरम योजना की कीमती जमीन पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए कब्जा करने का मामला सामने आया है। अवर वर्ग अभियंता अब्दुल शमी की शिकायत पर वजीरगंज पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है।
जानकीपुरम योजना के सेक्टर-एच में एलडीए ने निरालानगर निवासी मीनू जोशी को प्लॉट आवंटित किया था। बाद में उन्हें दूसरी जगह जमीन दी गई, लेकिन उससे जुड़े दस्तावेज खो गए। वर्ष 2024 में एलडीए ने दोबारा दस्तावेज जारी कर 28 मई 2025 को रजिस्ट्री करा दी।
26 जून को जब एलडीए की टीम कब्जा दिलाने पहुंची, तो वहां वजीरगंज निवासी अभिषेक वर्मा ने जमीन पर अपना कब्जा बताया। अभिषेक ने बीकेटी निवासी अनुज कुमार सिंह द्वारा अपने नाम कराई गई रजिस्ट्री दिखाई, जो जांच में फर्जी निकली।
तफ्तीश में सामने आया कि यह पूरी साजिश प्रतापगढ़ निवासी श्याम किशोर के माध्यम से रची गई थी। अभिषेक ने श्याम के जरिये जमीन की रजिस्ट्री कराई थी। इसमें वजीरगंज के हरिकेश सिंह, बीकेटी के हरिकेश सिंह और मामपुर बाना के अनुज सिंह गवाह बने थे।
एलडीए की शिकायत में विकासनगर सेक्टर-8 के मनोज सिंह, बाराबंकी के गोविंद साहू और प्रतापगढ़ के रमेश कुमार सेनी को भी इस ठगी का हिस्सा बताया गया है।
वजीरगंज इंस्पेक्टर राजेश त्रिपाठी ने बताया कि आरोपियों की भूमिका की जांच की जा रही है और पूरे नेटवर्क की पड़ताल की जा रही है। एलडीए की टीम भी अलग से आंतरिक जांच कर रही है।