
- लापरवाही पर मथुरा के अधिकारियों पर गिरेगी गाज
- वन मार्ग संख्या-23 के नवीन पर्यटन प्रवेश द्वार का ऑनलाइन उद्घाटन
Lucknow : उत्तर प्रदेश के पर्यावरण, वन, जन्तु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)ने मंगलवार को वन मुख्यालय स्थित ‘पारिजात सभा कक्ष’ में विभाग की महत्वपूर्ण योजनाओं और उपलब्धियों की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में मानव-वन्यजीव संघर्ष, वृक्षारोपण की तैयारियों और अतिक्रमण मुक्त अभियान जैसे गंभीर मुद्दों पर कड़े निर्देश जारी किए गए।
समीक्षा बैठक के दौरान मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने दुधवा टाइगर रिजर्व (पलिया-खीरी) के किशनपुर वन्यजीव विहार में पर्यटकों की सुविधा के लिए वन मार्ग संख्या-23 के नवीन पर्यटन प्रवेश द्वार का ऑनलाइन उद्घाटन किया।
श्री सक्सेना ने मथुरा वन प्रभाग में पिछले वृक्षारोपण अभियानों की विफलता पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्यवाही करने और उच्चाधिकारियों को स्वयं इसकी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। वर्ष 2026-27 के वृक्षारोपण के लिए उन्होंने पौधों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और ‘पॉलिगन’ अनिवार्य रूप से अपलोड करने को कहा।
बहराइच, लखीमपुर खीरी, बलरामपुर और बिजनौर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में वन्यजीवों के हमले से हुई जनहानि पर संवेदना व्यक्त करते हुए मंत्री ने निर्देश दिए कि पीड़ित परिवारों को मुआवजा वितरण सर्वोच्च प्राथमिकता पर हो। 04 नए रेस्क्यू सेंटर का निर्माण और वहां पशु चिकित्सकों की तैनाती तत्काल पूरी की जाए। संवेदनशील क्षेत्रों में चेनलिंक फेंसिंग का कार्य जल्द से जल्द पूरा हो। वन्यजीवों के बदलते व्यवहार पर शोध कर रिपोर्ट पेश की जाए।
अतिक्रमण और अवैध कटान पर प्रहार : 15 नवंबर से 31 दिसंबर 2025 तक चलाए गए वन भूमि अतिक्रमण मुक्ति अभियान की समीक्षा करते हुए मंत्री ने अवैध कटान और शिकार के विरुद्ध की गई कार्यवाही की सराहना की। उन्होंने राजस्व विभाग के साथ समन्वय कर वन भूमि के सीमांकन और धारा-4, 20 व 29 के अंतर्गत अधिसूचना जारी करने की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया।
नए साल के कार्यक्रम तय : प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण और जागरूकता के लिए आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तय की गई है।
29 जनवरी 2026 को कृषि वानिकी कार्यशाला होगी। ग्राम पंचायतों में लकड़ी आधारित उद्योग को बढ़ावा देने हेतु।
02 फरवरी 2026: महावीर स्वामी वन्यजीव विहार (ललितपुर) में विश्व वेटलैंड दिवस का आयोजित होगा।
04 मार्च 2026: मानव-वन्यजीव संघर्ष पर विशेष कार्यशाला होगी। बर्ड फेस्टिवल 2025-26 और कैम्पा योजना के तहत राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन होगा।
मंत्री ने स्पष्ट किया कि जनप्रतिनिधियों (सांसद/विधायक) से प्राप्त शिकायतों का निस्तारण तुरंत किया जाए और उन्हें विभागीय योजनाओं की नियमित जानकारी दी जाए। बैठक में प्रमुख सचिव अनिल कुमार, प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील चौधरी, अनुराधा वेमूरी (PCCF वन्यजीव) सहित प्रदेश भर के वरिष्ठ वनाधिकारी उपस्थित रहे। बरेली के मुख्य वन संरक्षक पी.पी. सिंह ने बिजनौर में तेंदुआ प्रबंधन की विशेष रणनीति पर प्रस्तुतीकरण भी दिया।










