
लखनऊ। एसजीपीजीआई का फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन (पीएमआर) विभाग, एपेक्स ट्रॉमा सेंटर में एक समर्पित फुट एंड एंकल रिहैबिलिटेशन क्लिनिक शुरू कर रहा है, जो हर शुक्रवार को आयोजित किया जाएगा।
यह क्लिनिक सभी आयु वर्ग में पैर और टखने की समस्याओं के निदान, मूल्यांकन और प्रबंधन के लिए एक व्यापक, वन-स्टॉप सुविधा के रूप में कार्य करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह चिकित्सीय विशेषज्ञता, उन्नत डायग्नोस्टिक उपकरण और साक्ष्य-आधारित पुनर्वास दृष्टिकोणों को एक साथ लाता है, जिससे रोगियों को एक ही छत के नीचे समग्र देखभाल प्राप्त हो। इस क्लिनिक में अल्ट्रासाउंड-निर्देशित इंटरवेंशन की सुविधा है, जो सटीक और सुरक्षित उपचार की अनुमति देती है। इसके अलावा, क्लिनिक में प्लेटलेट-रिच प्लाज्मा (पीआरपी) और ग्रोथ फैक्टर कॉन्संट्रेट (जीएफसी) इंजेक्शन जैसी पुनर्योजी चिकित्सा भी उपलब्ध होगी।
एपेक्स ट्रामा सेंटर के प्रमुख प्रोफेसर अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि यह क्लिनिक न केवल पोस्ट-ट्रॉमा रिकवरी को बढ़ावा देगा, बल्कि वैज्ञानिक पुनर्वास और अल्ट्रासाउंड-निर्देशित इंटरवेंशन के माध्यम से लंबे समय से चली आ रही मस्कुलोस्केलेटल और बायोमैकेनिकल समस्याओं का भी समाधान करेगा।
एसजीपीजीआई के निदेशक प्रोफेसर आरके धीमन ने इस दूरदर्शी पहल के लिए फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन विभाग को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह क्लिनिक मरीजों को एक ही छत के नीचे समग्र देखभाल प्रदान करेगा।
एडीशनल मेडिकल सुपरिटेंडेंट, एपेक्स ट्रामा सेंटर प्रोफेसर आर हर्षवर्धन ने विभाग की इस उपलब्धि की सराहना करते हुए कहा कि यह अत्याधुनिक चिकित्सा विज्ञान को सहृदयता के साथ रोगी सेवा के साथ एकीकृत करने के संस्थान के मिशन के साथ पूरी तरह से समर्पित है।










