
लखनऊ : अधिशासी अभियंता, एस.डी.ओ. और अवर अभियंता यह सुनिश्चित करें कि कोई भी बिजली कर्मचारी बिना सुरक्षा उपकरणों के विद्युत अनुरक्षण का ऐसा कार्य न करे, जिसमें दुर्घटना की संभावना हो। इसके लिए सख्ती बरती जाए। यदि कहीं भी लापरवाही पाई गई, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि अनुरक्षण कार्यों में विद्युत दुर्घटनाएं न हों, इसके लिए जीरो टॉलरेंस की नीति लागू की जाए।
अध्यक्ष ने प्रदेश के वितरण निगमों की समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि स्पर्शाघात दुर्घटनाओं को पूरी तरह रोकने के लिए सभी सावधानियाँ बरती जाएँ और जिम्मेदारी तय की जाए। प्रत्येक डिवीजन में तैनात संविदा कर्मियों सहित समस्त कार्मिकों का बेहतर उपयोग सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
इसके लिए डिस्कॉम के वरिष्ठ अधिकारी प्रत्येक डिवीजन में तैनात कार्मिकों की विस्तृत जानकारी प्राप्त करें और उसकी पूरी रिपोर्ट शक्ति भवन भेजें। समीक्षा में यह भी स्पष्ट किया जाए कि कितने रेगुलर तथा कितने संविदा कर्मी हैं, और उन्हें कौन-कौन से कार्य आवंटित हैं। प्रबंध निदेशक स्वयं भी एक डिवीजन का निरीक्षण करें।
प्रत्येक जिले में विधायकों एवं सांसदों के साथ अधिकारी बैठक करें। उन्हें आरडीएसएस बिजनेस प्लान, गांवों के विद्युतीकरण, सांसद विधायक निधि सहित विद्युत कार्यों की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराएं और उनके सुझावों एवं संस्तुतियों पर आवश्यक कार्रवाई करें।
सभी क्षेत्रों में बेहतर विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश के सभी फीडरों की लगातार मॉनिटरिंग की जाए। अधिकारी उपभोक्ताओं के फोन अवश्य उठाएं, और यदि कोई उपभोक्ता सीधे शिकायत करता है, तो उसकी समस्या का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाए।
शक्ति भवन में संपन्न इस समीक्षा बैठक में कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार सहित अनेक अधिकारी उपस्थित थे।
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