लखनऊ : मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने लोहिया अस्पताल स्थित मिनी एनआरसी केंद्र का किया निरीक्षण

  • कुपोषित बच्चो को पौष्टिक आहार नियमित रूप से डाइट-चार्ट के अनुसार दिया जाए-मंडलायुक्त

लखनऊ। मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब द्वारा राम मनोहर लोहिया में स्थित मातृ शिशु चिकित्सालय में मिनी पोषण पनर्वास (एन0आर0सी0) केन्द्र का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी, श्रेयश कुमार, चिकित्सा अधीक्षक श्रीकेश सिंह, एन0आर0सी0 प्रभारी डा0 साक्षी सिंह तथा यूनिसेफ मण्डलीय पोषण समन्वयक,उपस्थित रही।

निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त द्वारा निर्देश दिये गये कि समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी/मुख्य सेविका द्वारा प्रत्येक शनिवार को सैम बच्चों का सी0एच0सी0 एवं पी0एच0सी0 पर स्वास्थ्य परीक्षण कर अति गंभीर सैम बच्चों को बलरामपुर एवं डा0 राम मनोहर लोहिया अस्पताल में स्थिति एन0आर0सी0 में भर्ती कराया जाए। पोषण ट्रैकर पर पंजीकृत समस्त सैम बच्चों को सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 पर स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत जो बच्चे एन0आर0सी0 रेफर के योग्य पाये जाए। उन्हे एन0आर0सी0 रेफर किया जाए जो बच्चे एन0आर0सी0 रेफर योग्य न हो उन बच्चो को 06 आवश्यक दवाईयों से अच्छादित कराते हुए ई0कवच पोर्टल पर ए0एन0एम0 द्वारा तत्काल फीड भी कराया जाए। समस्त सैम बच्चों का फालो-अप एम0ओ0आई0सी0 के द्वारा सप्ताहिक किया जाए। डॉ राम मनोहर लोहिया में स्थित एन0आर0सी0 10 बेड का है, जिसमें 10 बेड सैम बच्चों से भरे हुए है।

मंडलायुक्त ने एडमिट किये गए कुपोषित बच्चों को दुलराते हुए उनकी माँ से हाल चाल जाना और उनके द्वारा बताया गया यहाँ पर अच्छे उपचार के साथ पौष्टिक आहार नियमित रूप से डाइट-चार्ट के अनुसार दिया जा रहा है। जिस पर मंडलायुक्त ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चों को डिस्चार्ज करने के पश्चात उनके अभिवावको को पोषण पुस्तिका भी उपलब्ध कराया जाए। जिससे वह घर जाकर पोषण पुस्तिका के अनुसार बच्चों को पौष्टिक आहार दे सकें औऱ बच्चे पुनः कुपोषण का शिकार न हो।

मंडलायुक्त ने कहा कि कुपोषित बच्चों में कुपोषण दूर करने के लिए स्थानीय उपलब्ध आहारों का युक्तिसंगत इस्तेमाल तथा उनकी परवरिश में उनके परिवारों का व्यवहार परिवर्तन आवश्यक है। कुपोषित बच्चों के दैनिक खान-पान हेतु डायट चार्ट तथा घर में उपलब्ध सामग्री से पौष्टिक आहार बनाने के तरीके से सम्बन्धित पोषण आहार पुस्तिका, आहार के सम्बन्ध में प्रशिक्षण लखनऊ मण्डल के समस्त हितधारकों को दिया जा चुका है। पिछले वर्ष कुपोषित बच्चों के घरों में संलग्न पोषण आहार पुस्तिका बांटी गयी थी। पोषण आहार पुस्तिका छपवाने के लिए बेटी-बचाओ बेटी -पढ़ाओ के लिए आवंटित धन का उपयोग किया जा सकता है।

उक्त के पश्चात मंडलायुक्त ने उपस्थित संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कुपोषण जैसी गंभीर समस्या के निदान हेतु महिला कल्याण विभाग से समन्वय स्थापित कर डायट चार्ट एवं पोषण आहार पुस्तिका की उपलब्धता सभी सम्बन्धित को सुनिश्चित कराते हुए कुपोषण दूर करने के उपाय किये जायें। उन्होंने उपस्थित संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा और एएनएम जैसी स्वास्थ्य कर्मी बच्चों का वजन और ऊंचाई लेकर उन्हें SAM या MAM श्रेणी में चिन्हित करती रहे। जिससे समय रहते हुए उन्हें अच्छा उपचार व मार्गदर्शन मुहैया कराया जा सके।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें