लखनऊ । लखनऊ विकास प्राधिकरण के नजूल विभाग ने शहर में बटलर पैलेस से चंद कदम दूर दो लाख उनसठ हजार लाख (2.59) लाख वर्गफुट अतिक्रमण हटाया गया। प्राधिकरण की कार्रवाई के दौरान वहां जुटी भीड़ ने विरोध भी किया लेकिन बुलडोजर नहीं रूका। नजूल जमीन पर झुग्गी झोपड़ी, टीन शेड, कबाड़ व अन्य अवैध निर्माणों को उखाड़ दिया।
प्राधिकरण की कार्रवाई के संबंध में उपजिलाधिकारी शशि भूषण पाठक ने कहा कि इस जमीन पर वर्षों से झुग्गी झोपड़ी डालकर अतिक्रमण कराया गया था। प्राधिकरण के नक्शे में यह जमीन नजूल की जमीन है। इस कारण यहां रहने वाले लोगों के विरूद्ध कई बार नोटिस भेजकर हटने को कहा गया। इस संबंध में अंतिम नोटिस देने के बाद शनिवार को बुलडोजर लगाकर अतिक्रमण को हटवाया गया।
उन्होंने कहा कि झुग्गी दीवार, टीन शेड का मलबा जल्द हटाकर जमीन को पूरी तरह से साफ कराया जायेगा। जमीन की कीमत करोड़ों रूपये में है और इस पर वर्षों से कब्जा जमाकर लोग रह रहे थे। नजूल से जुड़े अधिकारियों ने जितनी जमीन खाली करायी है, इससे थोड़ी कम जमीन अभी और खाली कराना है।
पूर्व मंत्री रामलखन वर्मा की पत्नी ने लिया हाईकोर्ट से स्टे –
लखनऊ विकास प्राधिकरण की नजूल जमीन खाली करने की अंतिम नोटिस मिलने के बाद ही पूर्व मंत्री स्वर्गीय रामलखन वर्मा की पत्नी ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर उनके मकान पर कार्रवाई नहीं होने का कोर्ट से स्टे ले लिया है। कार्रवाई वाली नजूल की जगह के कुछ पीछे ही पूर्व मंत्री की पत्नी अपने मकान में रहती है। जिसे भी लखनऊ विकास प्राधिकरण का नजूल विभाग अपनी जमीन बता रहा है।