लखनऊ: अंबेडकर जयंती की अनुमति मांगने पर दलित छात्रों की पिटाई

लखनऊ। 14 अप्रैल को पूरा विश्व बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का जन्म दिवस बड़े ही धूमधाम से मना रहा था, वहीं बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में दलित छात्रों द्वारा भी जयंती मनाने के संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन से अनुमति मांगी थी जिसकी अनुमति नहीं दी गई थी जबकि 17 अप्रैल 2024 को रामनवमी के दिन विश्वविद्यालय परिसर में डीजे लगाकर झांकी आज का कार्यक्रम किया जा रहा था।

इसकी जानकारी लगने पर कुछेक छात्र कुलपति से बाबा साहब की जयंती मनाने की अनुमति मांगने के लिए उनके आवास पर जा रहे थे, कुलपति आवास पर मौजूद मौजूद सुरक्षा अधिकारी विनय प्रताप सिंह एवं बीएस सैनी से उन्होंने कुलपति से मिलाने का अनुरोध किया, लेकिन इसी दौरान सुरक्षा अधिकारियों के इशारे पर विश्वविद्यालय में लगे सुरक्षा गार्ड ने छात्रों को घेरकर बुरी तरह से पीटा, इस दौरान उन्हें बचाने जो छात्र पहुंचे उसे भी पीटा गया। विनय प्रताप सिंह एवं उनके सुरक्षा गार्ड्स द्वारा जाति सूचक गालियां दी गई गार्डों की पिटाई से कई छात्रों को गंभीर चोटें आई हैं, जिसकी सूचना कुलपति को दी गई परंतु कोई कार्रवाई न होने पर संबंधित थाना आशियाना को लिखित सूचना दी गई परंतु पिटाई करने वालों के खिलाफ एफआईआर ना कर उल्टे छात्रों के विरुद्ध ही एफआईआर दर्ज कर दी गई।

इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई तथा ना ही पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई की गई जिससे कुंठित होकर वहां के छात्र कुलपति के आवास के सामने धरने पर बैठ गए कई दिन कार्रवाई न होने पर 21 अप्रैल 2024 से 47 छात्र भूख हड़ताल पर बैठ गए जिससे उनकी हालत खराब हो जाने पर उन्हें विश्वविद्यालय चिकित्सकों द्वारा लोक बंधु हॉस्पिटल लखनऊ के लिए रेफर किया गया जहां पर उनका इलाज चल रहा है। कुछ को डिस्चार्ज कर दिया गया है। अस्पताल से डिस्चार्ज बच्चे दोबारा भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं भूख हड़ताल पर बैठे 26 छात्रों को देर रात गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया, इसको लेकर विश्वविद्यालय में अध्ययनरात दलित और पिछड़ा वर्ग के छात्रों में काफी आक्रोश है।

इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन एवं पुलिस द्वारा प्रशासन द्वारा पिटाई करने वाले गार्डों और सुरक्षा अधिकारियों के खिलाफ तो कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन शांतिपूर्ण तरीके से कुलपति आवास पर शांतिपूर्ण तरीके से भूख हड़ताल पर बैठे 26 छात्रों को देर रात गिरफ्तार करके पुलिस ने जेल भेज दिया। विश्वविद्यालय के छात्रों से गुरुवार को डॉक्टर अंबेडकर राष्ट्रीय एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष भवन नाथ पासवान ने मुलाकात की, मामले को बढ़ता देख विश्वविद्यालय प्रशासन ने देर रात पुलिस बुलाकर दलित छात्रों को जेल भिजवा दिया।

भवन नाथ पासवान ने बताया कि जैसा कि छात्रों से जानकारी हुई वहां की स्थिति अत्यंत गंभीर है कुलपति से भी मिलने का प्रयास किया गया परंतु कैंपस के अंदर प्रवेश नहीं मिला। ऐसी स्थिति में विश्वविद्यालय के निम्नलिखित छात्रों के साथ संपूर्ण स्थिति को राज्यपाल को अवगत कराने के लिए एवं उनसे इस घटना पर हस्तक्षेप करने के लिए 25 अप्रैल 2024 को 26 अप्रैल 2024 का समय मांगा गया राज्यपाल से मिलने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष भवननाथ पासवान के साथ छात्र अश्वनी कुमार, प्रवीण कुमार, राहुल कुमार, आलोक कुमार, महेंद्र कुमार राम आदि की सूची राज्यपाल कार्यालय भेजी गई है।

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