
करोड़ों रुपए की बेस कीमती सरकारी भूमि पर किया गए प्लाट बनाकर बेचने का गोरख धंधा
सरोजनी नगर लखनऊ।
लखनऊ की पूर्व में बहुचर्चित सरोजनी नगर तहसील भ्रष्टाचार में अव्वल दर्जे पर रही, मामला चाहे मामला फर्जीवाड़े का ग्राम अहिमामऊ का हो या फिर कल्ली पश्चिम या ग्राम सभा भटगांव, ग्राम अमौसी का हो जहां पर पूर्व में तैनात रहे भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों की वजह से सरकारी दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर भूमाफियाओं के साथ मिलकर सरकारी राजस्व को हानि पहुंचाने का कार्य किया गया और साथ ही आम जनमानस के साथ धोखा देकर सरकारी भूमि पर कब्जा देकर किया गया ।गौरतलब हो सरोजनी नगर तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा राजस्व ग्राम गहरू का है जहां पर प्रॉपर्टी डीलर द्वारा किसान की भूमिधरी नंबर से आम जनमानस को प्लांट बनाकर रकबे से ज्यादा बेच दिया और उन्हें कब्जा सरकारी नंबरों पर दे दिया।
शिकायतकर्ता दिनेश सिंह ने बताया कि आई जी आर एस पर शिकायत की राजस्व ग्राम सभा गहरु में भूमाफियाओं द्वारा सरकारी खसरा संख्या- 558,561 ,565, 566, 562क, 572, 573, 574, 578, 580 सरकारी दस्तावेजों में ऊसर, बंजर, नवीन परती, आदि के नाम से दर्ज है पूर्व में लंबे समय से भू माफियाओं ने प्लॉट बना कर बेचा है और खास बात ये की ये जमीन किसान पथ हाईवे के पास है और मजे की बात है की सरकारी भूमि की सुरक्षा का जिम्मा नगर निगम का है और गहरू ग्राम सभा नगर निगम परिक्षेत्र में आता है। शिकायतकर्ता ने बताया कि नगर निगम अधिकारी सरकारी जमीन की सुरक्षा के लिए लगातार टीम बनाकर कार्य कर रहे हैं लेकिन इस प्रतीत होता है कि इन भूमाफियों को किस प्रकार का संरक्षण दिया जा रहा है।
सरोजनी नगर तहसील दार आकृति श्रीवास्तव ने बताया कि जैसे ही सरकारी भूमि पर भूमाफियाओं के कब्जा या प्लाटिंग की शिकायत मिलती है उस पर तहसील की राजस्व टीम बनाकर कार्यवाही की जाती है और जो भूमि नगर निगम परिक्षेत्र में आता है तो तहसील से कब्जे की रिपोर्ट बनाकर नगर निगम कार्यवाही के लिए भेज दिया जाता है अब उस पर कार्यवाही करना उन्हीं की जिम्मेदारी होती है।