
- लोक गायिका नेहा सिंह राठौर पर केस दर्ज करने की निंदा की
लखनऊ । भाकपा, मालेद्ध ने प्रसिद्ध लोक गायिका नेहा सिंह राठौर पर हजरतगंज कोतवाली में रविवार को केस दर्ज करने की निंदा की है। पार्टी ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और असहमति के लोकतांत्रिक अधिकार पर फासीवादी हमला बताया है और राजद्रोह सहित अन्य धाराओं में दर्ज फर्जी केस को निरस्त करने की मांग की है।
भाकपा राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि पहलगाम की दुखद घटना को लेकर सांप्रदायिक, युद्धोन्मादी व धर्मांध ताकतें सक्रिय हो गई हैं। उत्तराखंड समेत कई राज्यों से कश्मीरी छात्रों को धमकी और उत्पीड़न की खबरें आई हैं। मुस्लिमों के खिलाफ माहौल बनाने की भी कोशिश हो रही है। जबकि पहलगाम की आतंकी घटना के खिलाफ कश्मीर सहित पूरा देश खड़ा है, सांप्रदायिक शक्तियां इसका राजनीतिक इस्तेमाल करने में जुट गई हैं। इससे सावधान रहना होगा।
नफरत, घृणा, विभाजन, बांटो और राज करो की राजनीति भाजपा करती है। लोकतंत्र की बात करने और सरकार से असहमत होने पर भाजपा का आईटी सेल राजद्रोह का लेबल लगाने के लिए दिन.रात जुटा रहता है।
नेहा सिंह राठौर की लोकतांत्रिक गायिकी और सोशल मीडिया पर उनके द्वारा सरकार की आलोचना करना सत्ताधारी निजाम को असुविधाजनक लगता है। भगवा ब्रिगेड द्वारा उन्हें चुप कराने की कोशिशें पहले भी की जाती रही हैं। इसके बावजूद नेहा ने एक जिम्मेदार और निडर नागरिक के रुप में संविधान प्रदत अपने अधिकारों का उपयोग कर सोशल मीडिया पर सरकार से सवाल पूछना जारी रखा है।
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुआ आतंकी हमला बेहद निंदनीय है और यह सरकार की विफलता को दर्शाता है। सरकार ने सुरक्षा में चूक स्वीकार की हैए पर जवाबदेही नहीं ली है अन्यथा जवाबदेहों के खिलाफ कार्रवाई होती। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है। नेहा सिंह राठौर अपने तरीके से यही कर रही हैं। अंधभक्तों को यह रास नहीं आ रहा।