
- आवाज उठाने गये नेता विरोधी दल नेता प्रतिपक्ष व विधान परिषद सदस्य को भाजपा के विधायक, कार्यकर्ताओं ने रोका, रास्ते में बुलडोजर लगाया
Lucknow: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार में पूरे प्रदेश में जमीनों का गोरखधंधा चल रहा है। जहां भी जमीन दिख जाती है भाजपा के लोग उसे हड़पने और कब्जा करने के लिए सक्रिय हो जाती है। भाजपा सरकार में गोरखपुर में विरासत गलियारा के नाम पर व्यापारियों के मकान और दुकान ढहा कर जमीन लूटी जा रही है। व्यापारियों का उत्पीड़न हो रहा है।
गोरखपुर में व्यापारियो की समस्याओं की सुनने और उनकी आवाज उठाने गये नेता विरोधी दल विधानसभा माता प्रसाद पाण्डेय और नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद लाल बिहारी यादव को भाजपा के विधायक, कार्यकर्ताओं ने रोका, उन पर हमला किया। रोकने के लिए रास्ते में बुलडोजर लगा दिया। भाजपा सरकार लोकतंत्र और संविधान विरोधी है। दोनों सदनों के विपक्ष के नेताओं को रोका जाना उन पर हमला होना निन्दनीय है। यह सब कभी हिटलर के जमाने में होता था। भाजपा सरकार में बुलडोजर अन्याय का प्रतीक बन गया है।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय, लखनऊ में शनिवार को आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में अखिलेश यादव ने कहा कि गोरखपुर में दोनों नेता विरोधी दल के साथ हुई घटना की जितनी निदा की जाय कम है। इस घटना में नेता विरोधी दल गोरखपुर के अधिकारियों जिलाधिकारी और एसएसपी के खिलाफ लिखकर कार्रवाई की मांग करेंगे और दोनों सदनों में नोटिस देंगे।
इससे पहले नेता विरोधी दल माता प्रसाद पाण्डेय ने विस्तार से पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि भाजपा के लोगों ने समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को रोकने के लिए बुलडोजर लगा दिया, हमला किया, अंडे फेके। जिससे काफिले की गाड़िया टूट गयी। प्रतिनिधिमंडल ने वहीं धरना दिया।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री ने गोरखपुर और झांसी में मेट्रो चलाने की घोषणा किया था। भाजपा सरकार में जमीनों का गोरखधंधा गोरखपुर, के अलावा अयोध्या, लखनऊ समेत प्रदेश के हर जिले में चल रहा है। भाजपा सरकार विकास के लिए कोई काम नहीं कर रही है। सिर्फ योजनाएं बनाकर अपने लोगों को ठेका दे रही है और किसानों, व्यापारियों की जमीनें लूट कर रही है। जब किसानों, व्यापारियों की जमीनें खरीदना होता हो तो यह सरकार, सस्ती कीमत पर जबरन छीन लेती है। जब जमीने भाजपा नेताओं के हाथ में आ जाती है तो सर्किल रेट बढ़ा देती है। अयोध्या में यही काम हुआ और अन्य जिलों में भी ऐसा ही हो रहा है।
इस सरकार में जमीनों का गोरखधंधा लखनऊ में बैठकर खूब किया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी के अपने सलाहकार को जमीनों के गोरखधंधा के कारण इस्तीफा देना पड़ा। पीछे-पीछे न जाने किससे-किससे हाथ मिलाए थे। जिनसे हाथ मिलाये थे वे देश छोड़कर जा चुके है। केवल वही नहीं सरकार में और भी छिपे लोग है जो आपने गांव के आस पास की जमीनों को हड़प रहे हैं। जमीनों की सौदेबाजी कर रहे हैं। गोरखपुर के लोग भी जानते है कि सबसे ज्यादा रजिस्ट्रियां किसके नाम पर है। कई सौ एकड़ जमीन दबाव बनाकर गरीबों से छीनी जा चुकी है। जो पूरे प्रदेश में भ्रष्टाचार की बात करते थे उन्हें अपने नाक के नीचे चल रहा गोरखधंधा नहीं दिखाई दे रहा है, क्योंकि उस गोरखधंधे में वे खुद और उनके खासम-खास लोग शामिल हैं। इन्हें जमीन के साथ-साथ सोने से भी बहुत प्यार है। जमीनों के मामले के साथ-साथ फर्जीवाड़े का भी गोरखधंधा सिसोदिया नर्सिंग एवं पैरा मेडिकल कॉलेज में भी हुआ जहां कई सौ बच्चों की फीस जमा हुई थी वे डिग्री के लिए घूम रहे है।
इस अवसर पर प्रमुख नेतागण लाल बिहारी यादव नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद उ0प्र0, गणेश शंकर पाण्डेय पूर्व सभापति विधानसभा, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी, डॉ. मोहसिन खान पूर्व मंत्री, राजमती निषाद पूर्व विधायक, विजय बहादुर यादव पूर्व विधायक, राहुल गुप्ता पूर्व मेयर प्रत्याशी, प्रहलाद यादव पूर्व जिलाध्यक्ष, अवधेश यादव पूर्व जिलाध्यक्ष, चंद्रबली यादव पूर्व जिलाध्यक्ष, गोपाल यादव पूर्व जिलाध्यक्ष, अमरेन्द्र निषाद पूर्व प्रत्याशी, रूपावती बेलदार पूर्व प्रत्याशी, रजनीश यादव पूर्व जिलाध्यक्ष, जफर अमीन डक्कू पूर्व चेयरमैन, जगदीश यादव पूर्व मंत्री दर्जा प्राप्त, ब्रजेश कुमार गौतम जिलाध्यक्ष, शब्बीर कुरैशी महानगर अध्यक्ष, रामनाथ यादव, सुनील सिंह, राहुल यादव, डॉ. संजय कुमार, ब्रजनाथ मौर्या, श्रीमती बिन्दा सैनी, सुशीला भारती, उर्मिला देवी, नमिता सिंह, आनन्द राय, असोम चौहान, अंशुमान सिंह आदि शामिल रहे।
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