
बीकेटी/लखनऊ। जुलाई माह के पहले शनिवार को बीकेटी तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस लखनऊ जिलाधिकारी विशाख जी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। जिस दौरान कुल 248 जन शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 82 शिकायतों को मौके पर ही निस्तारित कर दिया गया। इन शिकायतों में राजस्व संबंधी 121, स्वास्थ्य 2, पुलिस 56, समाज कल्याण 1, विकास 25, व अन्य 43 शिकायतें शामिल हैं।
जिसमें ग्राम प्रधान चन्दाकोडर शिवकुमार गांधी ने समाधान प्रभारी को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि ग्राम पंचायत के दिनकरपुर झलौवा गांव, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम पंचायत में चयन हुआ था, जहां एक आंगनबाड़ी केंद्र, एक नाला, व 11 सौर ऊर्जा का प्रस्ताव किया गया था। इस कार्य के लिए शासन द्वारा बीस लाख रुपये अवमुक्त किए गए थे, जिसके बावजूद अभी तक ग्राम पंचायत में किसी भी प्रकार का कोई भी कार्य नहीं कराया गया।
बीकेटी नगर पंचायत के भौली वार्ड निवासी मनोज कुमार मिश्रा ने बताया कि वार्ड में सड़क पर लगाई गई इंटरलॉकिंग का निर्माण कहीं ज्यादा तो कहीं कम चौड़ाई करते हुए, विकास कार्य में लापरवाही की गई है। वही, बचे हुए सामग्री से लोगों की सहन भूमि पर इंटरलॉकिंग का निर्माण कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि, जिसकी लिखित शिकायत करने पर अधिशाषी अधिकारी इंद्रभान ने, किसी लोभ व दबाव में आकर, मनमाने ढंग से सार्वजनिक रास्ते को विवादित बताते हुए रिपोर्ट लगाई है।
वहीं, सड़क पर आधे अधूरे निर्माण के कारण, कच्चे स्थान पर हो रहे जल भराव के चलते, आमजनमानस को आवागमन में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। भीखपुरवा निवासी मूलचंद ने बताया कि नगर पंचायत बीकेटी से कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां पहले घरों से प्रतिदिन कूड़ा उठने आती थीं, लेकिन अब कुछ माह से हफ्ते में दो दिन ही आती हैं। इससे घरों से निकलने वाला कूड़ा इधर-उधर सड़कों पर फैला रहता है, जिससे ग्रामीणों को गंभीर बीमारियों का खतरा सता रहा है।
इस दौरान, जिलाधिकारी विशाख जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि समाधान दिवस में आई सभी जन शिकायतों के बारे में संबंधित अधिकारियों को सूचित कर, गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, पिछले तहसील दिवस के निस्तारित प्रकरणों का शिकायतकर्ताओं को फोन कर फीडबैक लेने के भी निर्देश दिए गए हैं।
वहीं, सरकारी जमीनों पर कब्जे की शिकायतों को निस्तारित करने के लिए बीकेटी एसडीएम को अपनी टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर जांच करने और जमीनें खाली कराने का निर्देश दिया गया है। इस कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी शुभी सिंह, उप जिलाधिकारी सतीश चंद त्रिपाठी, तहसीलदार शरद सिंह, क्षेत्राधिकारी अमोल मुर्कुट, व जिले स्तर के सभी अधिकारी मौजूद रहे। क्षेत्रीय पुलिस भी इस मौके पर उपस्थित थी।










